भारत में इस समय 1.59 लाख से भी ज्यादा स्टार्ट अप काम कर रहे हैं जिनमें कुछ तो चमक रहे हैं और कुछ लुढ़क रहे हैं। ऐसा ही एक स्टार्ट अप है जेनोसोल जो ब्लू स्मार्ट के नाम से इलेक्ट्रिक कारों की कैब सर्विस बड़े शहरों में उपलब्ध करा रहा था। लेकिन अचानक ही खबर आई कि यह बंद हो गया। नतीजतन इसके 500 कर्मचारी, एग्जिक्युटिव और लगभग 10 हजार ड्राइवर सड़क पर आ गये हैं। कंपनी ने उन सभी से इलेक्ट्रिक कारें वापस मांग ली। इनकी तादाद 8700 थी। जिन निवेशकों ने इस कंपनी में पैसा लगाया वह डूबने के कगार पर है। इनमें तो दो सार्वजनिक प्रतिष्ठान हैं जिन्होंने इसे लोन दिया था। एक है प़ॉवर फाइनेंस कॉर्पोरेशन और दूसरा है इंडियन रिन्यूवैबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी लिमिटेड। इन दोनों ने जेनसोल को इलेक्ट्रिक कारें खरीदने के लिए लगभग 978 करोड़ रुपये का लोन दिया था।