जीएसटी लागू होने के सालों बाद भी भारत के एक्सपोर्ट में कमी क्यों? आर्थिक सुस्ती और टैक्स व्यवस्था की खामियों पर देखें आशुतोष की बात में विश्लेषण।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।