अरावली से जुड़े सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर बीजेपी पर सवाल खड़े हो रहे हैं। पर्यावरणीय प्रभाव, खनन नीति और राजनीतिक जिम्मेदारी को लेकर विवाद क्यों गहराया, देखिए आशुतोष की बात में गंभीर विश्लेषण।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।



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