केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग लगातार हो रहा है लेकिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को विश्वास है कि इसके पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं हैं। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के बीच यह विश्वास औपचारिक रूप से बना रहना चाहिए। इस लिहाज से ममता बनर्जी ने बहुत संतुलित और सारगर्भित टिप्पणी की है। लेकिन, सच यह भी है कि यह प्रतिक्रिया ममता के तेवर से मेल नहीं खाती।
मोदी से ‘ममता’ मजबूरी है कि जरूरी?
- विश्लेषण
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- 21 Sep, 2022

केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के संबंध में ममता बनर्जी के द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर दिए गए बयान के क्या मायने हैं?
एक और बात जो चौंकाती है- केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग पर निन्दा प्रस्ताव। यह निन्दा प्रस्ताव किसके विरुद्ध है? केंद्रीय एजेंसियों के विरुद्ध! अभी-अभी इंडियन एक्सप्रेस ने पूरी रिपोर्ट दी है कि एनडीए की सरकार में 95 प्रतिशत विपक्ष के नेता ही निशाने पर रहे। क्या इसके लिए केंद्रीय एजेंसियां जिम्मेदार हैं?