‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद तमाम सवालों से घिरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब घाना की धरती पर उतरे, तो उनके कदमों में 75 साल की उम्र की थकान और हार न मानने की जिद एकसाथ झलक रही थी। अक्रा के हवाई अड्डे पर, हल्के नीले नेहरू जैकेट में सजे मोदी का चेहरा तनाव और सुकून के मिश्रित भाव लिए था। शायद यह नेहरू जैकेट सिर्फ एक परिधान नहीं, बल्कि उस नेहरू की याद का प्रतीक था, जिन्होंने कभी घाना की जनता को आजादी और ग्लोबल साउथ की एकजुटता का सपना दिखाया था।
मोदी का घाना दौरा: कूटनीति बचाने की कोशिश कितनी सफल होगी?
- विश्लेषण
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- 3 Jul, 2025

पीएम मोदी को घाना में सर्वोच्च सम्मान दिया गया
Modi Ghana Visit: प्रधानमंत्री घाना पहुंचे। घाना से भारत के पुराने रिश्ते रहे हैं। पंडित नेहरू और डॉ मनमोहन सिंह वहां जा चुके हैं। क्या भारत ग्लोबल साउथ में अपनी खोई विरासत फिर हासिल कर पाएगा?
घाना के राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामाहा ने उनका स्वागत किया, लेकिन हवा में सवाल गूँज रहे थे। ऑपरेशन सिंदूर की आधी-अधूरी कहानी, अमेरिका की मध्यस्थता की खबरों ने भारत की स्वायत्तता को कटघरे में खड़ा किया है, और हालिया भारत-पाक तनाव में चीन की सैन्य मदद ने ग्लोबल साउथ में भारत की साख को दांव पर ला दिया है।