कांग्रेस पार्टी को एक नये पुनर्जन्म की तलाश है । वो समझ गई है कि पुराने ढर्रे और पुराने छर्रों से पार्टी अपने पुराने वैभव को नहीं पा सकती है । उसे कुछ नया करना पड़ेगा । कुछ नया बुनना पडेगा । राजनीति के नये धागे और नये लिबास बनाने पड़ेंगे। और इस बात को कांग्रेस में सबसे ज्यादा राहुल गांधी समझते हैं । ये अलग बात है कि आज के वातावरण में राहुल की चर्चा फैशनेबल नहीं है । हकीकत ये है कि राहुल कांग्रेस का डीएनए बदल रहे हैं और बीजेपी के हिंदुत्व के समानांतर विचारधारा की नई इमारत खड़ी करने की कोशिश कर रहे हैं । 2024 के लोकसभा चुनाव में उनकी इस कोशिश की एक झलक भी दिखी और परिणाम भी।