सन 2004 से ही राहुल गांधी के करीबी दोस्त रहे और कई बार राहुल को विदेशी विश्वविघालयों में लेक्चर के लिए साथ ले जाने वाले पूर्व सांसद मिलिंद देवड़ा अब उसी दिन पार्टी छोड़कर चले गये जिस दिन से राहुल गांधी असल में 2024 के लोकसभा चुनाव के प्रचार का शंखनाद 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' की शुरुआत मणिपुर से कर रहे थे।
दोस्त दोस्त न रहा..., क्यों भाग जाते हैं राहुल के दोस्त?
- विश्लेषण
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- 15 Jan, 2024

मिलिंद देवड़ा ने रविवार को कांग्रेस छोड़ दी। वह राहुल के क़रीबी थे। उनसे पहले भी सिंधिया, जितिन प्रसाद, आरपीएन सिंह जैसे क़रीबी राहुल का साथ छोड़ चुके हैं। राहुल क्या दोस्त चुनने में ग़लती करते हैं?
मिलिंद तो शुक्रवार को ही शामिल हो रहे थे लेकिन एन टाइम पर प्रोग्राम टाल दिया गया क्योंकि रणनीतिकारों ने तय किया कि कांग्रेस को ये झटका उसी समय दिया जाए जब राहुल की यात्रा की दूसरी शुरुआत हो रही हो, ताकि मीडिया को भी कांग्रेस की आलोचना करने का मौक़ा मिल जाए। मिलिंद भी मजबूरी में ही सही इसके लिए तैयार हो गये और जाते जाते कह भी गये कि कांग्रेस में अब उनकी कोई नहीं सुनता।