“राष्ट्रवाद के मायने देश की भू-भागीय अखंडता तो है ही, पर इस महान भूभाग में रहने वाले लोगों का सामाजिक राजनीतिक व आर्थिक सशक्तीकरण भी है।… राष्ट्रवाद का अर्थ सभी देशवासियों के लिए समान न्याय की अवधारणा है, वंचितों-पीड़ितों-शोषितों के अधिकारों की रक्षा व उत्थान है। कांग्रेस का राष्ट्रवाद समाज को जोड़े का है। भाजपा का राष्ट्रवाद समाज को तोड़ने का है। कांग्रेस का राष्ट्रवाद भारत की अनेकता को एकता में पिरोना का है। भाजपा-आरएसएस का राष्ट्रवाद भारत की अनेकता को ख़त्म करने का है। कांग्रेस का राष्ट्रवाद हमारी साझी विरासत में निहित है और भाजपा-आरएएस का राष्ट्रवाद पूर्वाग्रह से ग्रसित है।”