बड़े जोर-शोर से यह बात उठायी जा रही है कि हिन्दुत्व के मार्ग से हटने की वजह से शिवसेना में बगावत हुई है और बागी चाहते हैं कि शिवसेना को वापस हिन्दुत्व की राह पर लौटाया जाए। बागियों का नेतृत्व कर रहे शिवसैनिक एकनाथ शिंदे के बयानों और उनके पक्ष में बीजेपी नेताओं की ओर से आ रहे इसी आशय की प्रतिक्रियाओं ने ऐसा वातावरण बनाने की कोशिश की।
कितनी हिंदुत्ववादी रही है शिवसेना?
- विश्लेषण
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- 24 Jun, 2022

एकनाथ शिंदे और बागी विधायकों की ओर से बार-बार बाला साहेब के हिन्दुत्व का तर्क दिया जा रहा है। यह जानना जरूरी है कि क्या शिवसेना अपनी शुरुआत से हिन्दुत्ववादी पार्टी थी?
लेकिन सच्चाई क्या है? सच यह है कि कांग्रेस की सहयोगी बनकर भी शिवसेना हिन्दुत्व की झंडाबरदार रही है और बीजेपी के साथ रहकर भी वह ऐसा करने का दावा करती रही है।
सवाल यह है कि क्या बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना लेने से शिवसेना को हिन्दुत्व के मार्ग पर लौटा हुआ मान लिया जाएगा? ये कौन लोग हैं जो बीजेपी की छाया से दूर हिन्दुत्व का अस्तित्व ही नहीं मानते? ऐसे लोगों को शायद यह पता नहीं कि शिवसेना पहले बनी या बीजेपी?