यहूदी राज्य इज़रायल के अस्तित्व को सिरे से खारिज करने वाले संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन ने न सिर्फ़ उसके वजूद को स्वीकार करने वाला क़रार किया है, बल्कि आर्थिक सहयोग बढ़ाने के कई समझौतों पर दस्तख़त कर सबको हैरत में डाल दिया है। इसके साथ ही यह सवाल उठता है कि हज़ारों साल की विरासत को साझा करने वाले और आज़ादी के बाद भी कई बार काफी बेहतर रिश्ते कायम करने वाले भारत-पाकिस्तान के बीच दोस्ती क्यों नहीं हो सकती है।