क्रोनोलॉजी समझिये। मोदी राजस्थान आते हैं। वसुंधरा राजे की तारीफ़ करते हैं और दिल्ली आने का न्यौता देते हैं। वसुंधरा दिल्ली में गुलदस्ता लेकर मोदी से मिलती हैं और पिक एक्स पर शेयर करती हैं।
संघ के दबाव में वसुंधरा से मिले मोदी? क्या बड़ी ज़िम्मेदारी मिलेगी
- विश्लेषण
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- 24 Dec, 2024

राजस्थान का विधानसभा चुनाव चार साल दूर है। ऐसे में अभी से मोदी को वसुंधरा क्यों याद आ गयीं? क्या वसुंधरा को कोई बड़ी ज़िम्मेदारी मिलने वाली है?
अब यहां तीन बातें एक साल में पहली बार हो रही हैं। एक, मोदी का वसुंधरा की तारीफ़ करना। दो, वसुंधरा को बात करने के लिए बुलाना। तीन, वसुंधरा का इतनी आत्मीयता से मोदी से मिलना और मोदी की खुलकर तारीफ़ करना।
अब इसके सियासी मायने क्या हैं। आखिर जो मोदी वसुंधरा की तरफ़ देखते तक नहीं थे वह क्यों मिलने का समय देने लगे? अभी लोकसभा चुनाव साढ़े चार साल दूर है, राजस्थान का विधानसभा चुनाव चार साल दूर है। ऐसे में अभी से मोदी को वसुंधरा क्यों याद आ गयी? जो वसुंधरा पिछले एक साल में कम से कम चार बार इशारों ही इशारों में मोदी कैम्प को निशाने पर ले चुकी हैं वह क्यों अचानक दिल्ली दौड़ी दौड़ी चली गयी?