जिस असम में एनआरसी यानी राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर लागू हुआ है वहाँ एक अजीब-सी स्थिति दिख रही है। बीजेपी की सदस्यता के लिए मुसलिमों की तादाद में एकाएक ज़बरदस्त बढ़ोतरी हुई है। पिछले तीन महीने में क़रीब चार लाख मुसलिमों ने बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता के लिए 'मिस्ड कॉल' किया है। उससे पहले और 2015 के बाद 2 लाख लोगों ने 'मिस्ड कॉल' किया था। मुसलिमों की यह संख्या (कुल मिलाकर छह लाख) राज्य में बीजेपी को आए ऐसे कुल 47 लाख 'मिस्ड कॉल' की 13 फ़ीसदी है।