बिहार विधानसभा चुनाव से पहले फिर 'जंगलराज' का जिन्न जाग उठा है। इस बार बीजेपी ने नहीं, बल्कि आरजेडी और कांग्रेस ने इसे मुद्दा बनाया है। दरअसल, मगध अस्पताल के मालिक गोपाल खेमका की पटना में सनसनीखेज हत्या और सीवान में तलवारबाजी से तीन लोगों की निर्मम हत्या ने 'जंगलराज' की बहस को फिर से हवा दे दी है। आरजेडी नेता तेजस्वी ने बीजेपी और एनडीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि अब इसे कोई 'जंगलराज' नहीं कहेगा। कांग्रेस ने भी इस मुद्दे को जोरशोर से उठाया और कहा कि यह 'कुशासन राज' है। अब चुनावी मौसम में इन वारदातों ने नीतीश सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया। तो क्या ये खूनी घटनाएँ बिहार के सियासी समीकरण बदल देंगी?