बिहार की सियासत में हलचल है! असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम ने लालू प्रसाद यादव को पत्र लिखकर महागठबंधन में शामिल होने की गुहार लगाई है, लेकिन आरजेडी के मनोज झा ने तीखा जवाब देकर दरवाजा लगभग बंद कर दिया। कांग्रेस के तारिक अनवर ने भी सतर्क रुख़ अपनाया है। सवाल उठ रहा है कि क्या एआईएमआईएण का साथ लेना बीजेपी को 'मुस्लिम तुष्टिकरण' का हथियार दे देगा? आखिर ओवैसी का यह दांव बिहार के सियासी समीकरण को कैसे बदल सकता है?
ओवैसी की लालू को गठबंधन के लिए चिट्ठी, RJD-कांग्रेस अनिच्छुक क्यों? जानें वजह
- बिहार
- |
- 4 Jul, 2025
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने बिहार में गठबंधन के लिए लालू यादव को चिट्ठी लिखी है, लेकिन RJD और कांग्रेस इसमें रुचि नहीं दिखा रही हैं। जानिए इस अनिच्छा के राजनीतिक कारण और संभावित असर।

इस राजनीतिक हलचल की शुरुआत तब हुई जब असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को पत्र लिखकर महागठबंधन में शामिल होने की इच्छा जताई। एआईएमआईएम के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने इस पत्र में कहा है कि उनकी पार्टी महागठबंधन में शामिल होकर 'सेकुलर वोटों' को बँटने से रोकना चाहती है। पत्र में यह भी जोड़ा गया कि वोटों का बँटवारा सांप्रदायिक ताक़तों, खासकर बीजेपी, को फायदा पहुँचा सकता है। इसने पहले भी 2020 और 2024 में महागठबंधन के साथ गठजोड़ की कोशिश की थी, लेकिन तब बात नहीं बनी थी।