लोकतंत्र में नेता को जनता का प्रतिनिधि माना जाता है और कहा जाता है कि जनता जैसी होगी, उसके प्रतिनिधि वैसे ही होंगे। लेकिन मंगलवार को बिहार विधानसभा परिसर में राष्ट्रीय जनता दल विधायक भाई वीरेंद्र और बीजेपी विधायक संजय सरावगी के बीच जो कुछ हुआ, उससे यह नहीं कहा जा सकता कि इन्हें चुनने वाले भी ऐसे ही हैं। इन दोनों जन प्रतिनिधियों ने न सिर्फ अपनी पार्टियों, बल्कि अपने क्षेत्र की जनता को भी शर्मिंदा किया। 

विधानसभा परिसर में भाई वीरेंद्र और संजय सरावगी के बीच अचानक तू-तू, मैं-मैं शुरू हो गई। दोनों विधायकों के बीच किसी मुद्दे पर हुई बहस ने इतनी तूल पकड़ी कि दोनों विधायक गाली-गलौज पर उतर आए।