जिन लोक गायिका मैथिली ठाकुर के चुनाव लड़ने पर ऊहापोह की स्थिति बनी हुई थी उनके नाम पर बीजेपी की दूसरी सूची में स्थिति साफ़ हो गई। बीजेपी ने बुधवार को बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अपनी दूसरी सूची जारी की और इसमें 12 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। इस सूची में मैथिली ठाकुर को अलीनगर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया गया है। 

पूर्व आईपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा को बक्सर से टिकट दिया गया है। यह क़दम बीजेपी की रणनीति को दिखाता है, जिसमें पार्टी अनुभवी नेताओं के साथ-साथ नए और प्रसिद्ध चेहरों को मैदान में उतारकर मतदाताओं को आकर्षित करने का प्रयास कर रही है।

इन सीटों के उम्मीदवार घोषित

बीजेपी की इस दूसरी सूची में उत्तर और मध्य बिहार के अहम क्षेत्रों को कवर किया गया है। सूची में हायाघाट, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, बनियापुर, छपरा, सोनपुर, रोसड़ा (एससी), बाढ़, शाहपुर और अगिआँव (एससी) जैसे निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं। इनमें से कई सीटें बीजेपी के लिए रणनीतिक रूप से अहम मानी जाती हैं, जहां पार्टी का कोर वोट बैंक मजबूत है।

प्रमुख उम्मीदवारों में हायाघाट से राम चंद्र प्रसाद, सोनपुर से विनय कुमार सिंह, बाढ़ से सियाराम सिंह आदि शामिल हैं। हाल ही में बीजेपी में शामिल हुईं गायिका मैथिली ठाकुर अलीनगर से चुनाव लड़ेंगी। वह अपनी लोकप्रियता के कारण मुस्लिम बहुल इस क्षेत्र में पार्टी के लिए नया चेहरा साबित हो सकती हैं। वहीं, पूर्व आईपीएस आनंद मिश्रा को बक्सर से मैदान में उतारकर भाजपा प्रशासनिक अनुभव और कानून-व्यवस्था के मुद्दों पर जोर दे रही है।
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अनुभवी नेताओं पर भरोसा

इससे पहले मंगलवार को जारी बीजेपी की पहली सूची में 71 उम्मीदवारों के नाम थे, जो पार्टी की संतुलित रणनीति को उजागर करती है। इसमें अनुभवी विधायकों, सांसदों और नए चेहरों का मिश्रण है। प्रमुख नामों में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को तारापुर से, विजय कुमार सिन्हा को लखीसराय से टिकट दिया गया है। मंत्री नितिन नवीन बांकीपुर से, रेणु देवी बेतिया से चुनाव लड़ेंगी।

वरिष्ठ नेता राम कृपाल यादव दानापुर से, प्रेम कुमार गया से, तारकिशोर प्रसाद कटिहार से, मंगल पांडेय सिवान से और अलोक रंजन झा सहरसा से मैदान में होंगे। राज्य मंत्री नीतीश मिश्रा झंझारपुर से पुनः चुनाव लड़ेंगी, जबकि शूटर से राजनेता बनीं श्रेयसी सिंह जमुई से टिकट पा चुकी हैं।

सूची में कुछ अहम बदलाव भी हुए हैं। विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव को पटना साहिब से हटा दिया गया है और उनकी जगह रत्नेश कुशवाहा को टिकट दिया गया है। यह बदलाव पार्टी की आंतरिक रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसके तहत पुराने चेहरों को तरोताजा करने का प्रयास किया गया है।
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एनडीए में तनाव

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर तनाव जारी है, भले ही औपचारिक रूप से फॉर्मूला घोषित हो चुका हो। एनडीए ने 243 सदस्यीय विधानसभा के लिए सीट बंटवारा तय किया है, जिसमें भाजपा और जनता दल (यूनाइटेड) को 101-101 सीटें मिली हैं। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 29 सीटें, जबकि राष्ट्रीय लोक मोर्चा यानी आरएलएम और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा यानी एचएएम को 6-6 सीटें आवंटित की गई हैं।

हालाँकि, गठबंधन में दरारें साफ़ नज़र आ रही हैं। जेडीयू ने चिराग पासवान की पार्टी की पाँच पसंदीदा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए। कई दौर की बातचीत के बावजूद जेडीयू ने इन 'गढ़' सीटों को नहीं छोड़ा। 

बीजेपी ने चिराग पासवान की पार्टी को उनकी पसंदीदा दानापुर, लालगंज, हिसुआ और अरवल जैसी हाई-प्रोफाइल सीटें नहीं छोड़ीं और वहाँ अपने उम्मीदवार उतारे। आरएलएम प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा भी नाराज हैं। महुआ सीट को लेकर कुशवाहा की नाराज़गी है। उन्होंने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। एचएएम प्रमुख जीतन राम मांझी भी सीट बँटवारे से नाखुश हैं।