बिहार की 243 सीटों वाली विधानसभा के लिए शुक्रवार सुबह ठीक 8 बजे से मतगणना शुरू हो जाएगी। पूरे देश की निगाहें इस नतीजे पर टिकी हैं कि क्या नीतीश कुमार लगातार पांचवीं बार मुख्यमंत्री बनकर इतिहास रचेंगे या तेजस्वी यादव की अगुवाई वाला इंडिया गठबंधन सत्ता में वापसी करेगा।


अधिकतर प्रमुख एग्जिट पोल ने एनडीए को स्पष्ट बहुमत देते हुए 210 सीटें तक दी हैं। वहीं इंडिया गठबंधन को क़रीब 40-70 सीटों के बीच दिखाया गया है। इस एकतरफा भविष्यवाणी से महागठबंधन खासा नाराज है। एनडीए खेमे में जबरदस्त उत्साह है। बीजेपी नेताओं ने पहले से ही हजारों किलो मिठाइयां ऑर्डर कर दी हैं। पार्टी कार्यालयों में जीत की तैयारियां जोरों पर हैं। हालाँकि, एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल में कांटे की टक्कर जैसी स्थिति बताई गई है। इस एग्ज़िट पोल के अनुसार एनडीए 121-141 और महागठबंधन को 98-118 सीटें मिल सकती हैं। दोनों गठबंधनों के बीच 2 फीसदी वोटों का ही फासला होने के आसार बताए गए हैं।

इंडिया गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने एग्जिट पोल को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, 'जिन चैनलों ने ऑपरेशन सिंदूर में सेना की झूठी ख़बरें चलाईं और धर्मेंद्र जी को मार डाला, वही अब एग्जिट पोल दिखा रहे हैं। जनता का आशीर्वाद हमारे साथ है। 15 नवंबर को सबकी शामत आएगी।'


तेजस्वी ने अपने कार्यकर्ताओं से शांत रहने की अपील की, लेकिन साथ ही चेतावनी भी दी– 'मतगणना के दौरान अगर कोई असंवैधानिक हरकत हुई तो जनता और हमारे कार्यकर्ता सड़कों पर उतरने को तैयार हैं।'

आरजेडी नेता की धमकी- 'तो नेपाल जैसा हाल होगा'

आरजेडी के वरिष्ठ नेता सुनील कुमार सिंह ने विवादास्पद बयान देते हुए कहा, 'अगर 2020 की तरह मतगणना रुकवाई गई या ईवीएम में गड़बड़ी हुई तो बिहार की सड़कों पर नेपाल जैसा माहौल होगा।' इस बयान पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी। प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा, 'चुनाव शांतिपूर्ण हुआ, मतगणना भी शांतिपूर्ण होगी। धमकी देने वाले खुद डर रहे हैं।' इसके बाद प्रशासन ने उनके बयान पर FIR दर्ज करवाई है।

मतदान में सीमांचल का नया कीर्तिमान

बिहार में दो चरणों में कुल 67.13% मतदान हुआ जो पिछले कई चुनावों का रिकॉर्ड है। खासकर मुस्लिम बहुल सीमांचल क्षेत्र में औसत मतदान 75.10% रहा। 

  • किशनगंज– 78.06% 
  • कटिहार– 78.63% 
  • पूर्णिया– 76.04% 
  • अररिया– 69.68%

चुनाव आयोग की तैयारी

चुनाव आयोग ने मीडिया और जनता से अपील की है कि वे केवल आधिकारिक परिणामों पर ही भरोसा करें और अफवाहों या अनौपचारिक स्रोतों से बचें। मतगणना 243 रिटर्निंग ऑफिसरों की देखरेख में होगी। 

  • प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में एक-एक काउंटिंग ऑब्जर्वर तैनात किए गए हैं। 
  •  उम्मीदवार या उनके एजेंट भी पूरी प्रक्रिया पर नजर कुल 4,372 मतगणना टेबल लगाई गई हैं।
  • हर टेबल पर एक काउंटिंग सुपरवाइजर, एक काउंटिंग असिस्टेंट और एक माइक्रो-ऑब्जर्वर मौजूद रहेंगे।
  • उम्मीदवारों द्वारा नियुक्त 18000 से अधिक काउंटिंग एजेंट भी निगरानी करेंगे।

38 जिलों में 46 मतगणना केंद्र 

  • सुबह 8 बजे पोस्टल बैलट से शुरुआत, 8:30 बजे से ईवीएम 
  • 9 बजे से रुझान आने शुरू होने की उम्मीद 
  • सभी स्ट्रांग रूम डबल लॉक और सील, 24×7 सीसीटीवी निगरानी 
  • हर स्ट्रांग रूम परिसर में कंट्रोल रूम और वरिष्ठ अधिकारी तैनात

पारदर्शिता के उपाय

  • ईवीएम काउंटिंग के दौरान हर राउंड में कंट्रोल यूनिट को एजेंटों के सामने दिखाया जाएगा ताकि सील बरकरार होना और सीरियल नंबर का मिलान सुनिश्चित हो।
  • ईवीएम में दर्ज वोटों की संख्या को फॉर्म 17सी के भाग-1 से क्रॉस-चेक किया जाएगा।
  • किसी भी तरह की असंगति मिलने पर संबंधित पोलिंग स्टेशन के वीवीपैट स्लिपों की अनिवार्य रूप से गिनती होगी।
  • ईवीएम गिनती पूरी होने के बाद हर विधानसभा क्षेत्र में रैंडम 5 पोलिंग स्टेशनों के वीवीपैट स्लिपों का मिलान ईवीएम परिणाम से किया जाएगा। यह प्रक्रिया उम्मीदवारों और उनके एजेंटों की मौजूदगी में होगी।
  • चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि राउंड-वार और क्षेत्र-वार परिणाम संबंधित रिटर्निंग ऑफिसर आधिकारिक ईसीआई रिजल्ट पोर्टल पर अपलोड करेंगे।

दिग्गजों की साख दाँव पर

एनडीए की ओर से उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, इंडिया गठबंधन की ओर से तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार समेत कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। 7.45 करोड़ मतदाताओं ने 2,616 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद की है। शुक्रवार शाम तक साफ़ हो जाएगा कि बिहार का अगला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार होंगे या तेजस्वी यादव चौंकाने वाले नतीजे लेकर आएंगे।