बिहार विधानपरिषद की 24 सीटों के लिए संपन्न चुनाव ने बिहार में एक नये राजनीतिक समीकरण का आगाज किया। करीब तीस वर्षो से बिहार की राजनीति के मुख्य धारा से गायब सवर्णों की इस चुनाव से बड़ी संख्या में एंट्री हुई।