ऐसे समय जब कोरोना की तीसरी लहर शुरू हो चुकी है और अक्टूबर में इसके चरम पर होने की आशंका जताई जा रही है, बिहार में ढाई लाख से ज़्यादा पदों के लिए अनुमानित 10 लाख से ज़्यादा उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे और इसमें छह करोड़ से ज़्यादा मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।