बिहार के मोतीहारी में न्याय के लिए लड़ाई लड़ते-लड़ते एक 14 साल के किशोर को भारी क़ीमत चुकानी पड़ी। महीनों तक 14 वर्षीय रोहित कुमार अग्रवाल ने स्थानीय पुलिस स्टेशन और जिला-स्तरीय प्रशासनिक और पुलिस कार्यालयों के चक्कर लगाए। वह अपने पिता एक आरटीआई एक्टिविस्ट के हत्यारों को सज़ा दिलाने की मांग कर रहे थे। वह न्याय के लिए लड़ाई करते करते निराश हो गये थे। उन्होंने खुद को आग लगाकर तीन मंजिली इमारत से छलांग लगा दी। अब तक न्याय तो नहीं ही मिल पाया, उस किशोर की जान ज़रूर चली गई।
बिहार: आरटीआई एक्टिविस्ट की हत्या हुई थी, बेटे को आत्महत्या क्यों करना पड़ा?
- बिहार
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- 29 Mar, 2025
बिहार में आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की हत्या करने के मामले में अब उनके बेटे ने आत्महत्या क्यों की, जानिए उनके परिजन क्या लगा रहे हैं आरोप।

यह मामाला 24 सितंबर 2021 में एक आरटीआई एक्टिविस्ट की हत्या से जुड़ा है। हरसिद्धि प्रखंड कार्यालय गेट पर बाइक सवार अपराधियों ने रोहित के पिता व आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की गोली मारकर हत्या कर दी थी। वह स्थानीय भूमाफिया का पर्दाफाश करते रहे थे। आरोप लगाया गया है कि पर्दाफाश करने के कारण ही उनकी हत्या कर दी गई थी।