चाचा पशुपति पारस की बग़ावत के बाद एलजेपी में अकेले पड़ चुके चिराग पासवान अब मैदान में उतर आए हैं। सोमवार को पिता राम विलास पासवान की जयंती के मौक़े पर उन्होंने अपने पिता पर लिखी दो किताबों को दिल्ली में जनता के सामने रखा और उसके तुरंत बाद पहुंच गए कर्मभूमि बिहार।
मैदान में उतरे चिराग, चाचा को दिखाई ‘ताक़त’
- बिहार
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- 29 Mar, 2025

चाचा पशुपति पारस की बग़ावत के बाद एलजेपी में अकेले पड़ चुके चिराग पासवान अब मैदान में उतर आए हैं।
चिराग जब पटना एयरपोर्ट पर पहुंचे तो वहां बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता बैंड-बाजों के साथ मौजूद थे। चिराग ने लोगों के बीच में पहुंचने के लिए आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत की है। इस यात्रा को राम विलास पासवान की कर्मभूमि हाजीपुर से शुरू किया गया। इस यात्रा के जरिये चिराग की कोशिश अपने बग़ावती चाचा और बाक़ी सांसदों को अपनी सियासी ताक़त दिखाने की है।