बिहार विधानसभा चुनाव के पहले एनडीए में सीट बँटवारे को लेकर दबाव की राजनीति चरम पर है। एलजेपी नेता चिराग पासवान ने दो दिन पहले बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाक़ात कर बड़ा दाँव खेला है। चिराग ने बीजेपी के सामने यह प्रस्ताव रखा था कि उनकी पार्टी बिहार में बड़े भाई की भूमिका अदा करते हुए ज़्यादा सीटों पर चुनाव लड़े। जेपी नड्डा से बातचीत के बाद चिराग पासवान ने एलजेपी के वरिष्ठ अधिकारियों को बुलाकर 143 सीटों पर चुनाव की तैयारी करने को कह दिया था। लेकिन क्या बीजेपी और जेडीयू बड़े भाई की भूमिका देने को तैयार होंगे? और क्या ख़ुद एलजेपी को ही अपने इस दावे पर भरोसा है।
ज़्यादा सीटें पाने के लिए क्या बीजेपी-जेडीयू को झुका पाएँगे चिराग पासवान?
- बिहार
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- 20 Sep, 2020

चिराग ने बीजेपी के सामने माँग रही है कि उनकी पार्टी बिहार में बड़े भाई की भूमिका अदा करते हुए ज़्यादा सीटों पर चुनाव लड़े। लेकिन क्या बीजेपी और जेडीयू बड़े भाई की भूमिका देने को तैयार होंगे?
लोक जन शक्ति पार्टी यानी एलजेपी के प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पहले ही आश्वस्त किया है कि पार्टी ने जितनी सीटों पर 2015 में चुनाव लड़ा था उतनी सीटें तो मिलेंगी ही। उन्होंने कहा कि बीते लोकसभा चुनाव में एलजेपी और बीजेपी का स्ट्राइक रेट सौ फ़ीसदी रहा है। इसके अनुसार ही सीटें मिलनी चाहिए। ग़ौरतलब है कि पिछले चुनाव मे जदयू एनडीए मे नहीं था और एलजेपी को 40 सीटों पर चुनाव लड़ने का मौक़ा मिला था। माना जा रहा है कि पार्टी इस बार भी 40 सीटें चाहती है।