सुशांत की मौत के मामले में जब बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की ही 3 एजेंसियाँ- सीबीआई, ईडी और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो जाँच कर रही हैं तो फिर बिहार बीजेपी के कला एवं संस्कृति प्रकोष्ठ ने 'सुशांत के लिए न्याय' अभियान क्यों छेड़ रखा है? इसने अब एक पोस्टर जारी किया है जिस पर लिखा है- ना भूले हैं! ना भूलने देंगे!!' पोस्टर पर यह भी लिखा है कि 'सुशांत के लिए न्याय'। सवाल है कि इसने ऐसा पोस्टर क्यों जारी किया जो साफ़ तौर पर राजनीतिक लाभ दिलाने वाला लगता है? हालांइक बीजेपी इसे पूरी तरह से नकारती रही है कि वह सुशांत की मौत के मामले का राजनीतिक लाभ ले रही है। तो सच्चाई क्या है?
सुशांत पर सियासत! चुनाव से पहले बिहार बीजेपी का पोस्टर- '...ना भूलने देंगे' क्यों?
- बिहार
- |
- |
- 6 Sep, 2020

सुशांत की मौत के मामले में चुनाव से पहले बिहार बीजेपी का कला एवं संस्कृति प्रकोष्ठ ने पोस्टर क्यों जारी किया है जिस पर लिखा है- ना भूले हैं! ना भूलने देंगे!!' इसने 'सुशांत के लिए न्याय' अभियान क्यों छेड़ रखा है?
जब से सुशांत की मौत का मामला आया है तब से ही इसे बिहार में राजनीतिक मुद्दा बना दिया गया है। यह इसलिए है कि बिहार में चुनाव होने हैं और सुशांत की मौत को बिहार की अस्मिता से जोड़ कर पेश किया जा रहा है। चाहे वह सत्ता पक्ष हो या विपक्ष।