वोटर अधिकार यात्रा में प्रियंका गांधी ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए। जानिए, उन्होंने क्यों कहा कि बीजेपी अब चुनाव जीतने के लिए वोट चोरी की साजिश रच रही है।
बिहार मतदाता अधिकार यात्रा में शामिल हुईं प्रियंका गांधी
वोटर अधिकार यात्रा में मंगलवार को पहली बार शामिल हुईं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने एसआईआर को लेकर बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाया है। प्रियंका ने कहा कि बीजेपी ने जनता का विश्वास खो दिया है और अब वह देश भर में वोट चोरी की साजिश रच रही है। उन्होंने बीजेपी और जेडीयू पर मतदाता सूची में हेरफेर और फर्जी मतदाताओं को शामिल करने का आरोप लगाया। यह बयान ऐसे समय में आया है जब विपक्षी इंडिया गठबंधन ने बिहार में विशेष गहन संशोधन यानी एसआईआर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया है।
प्रियंका गांधी ने मंगलवार को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'जनता का विश्वास खो चुकी भाजपा देश भर में वोट चोरी की साजिशें रच रही है। बिहार में महंगाई, बेरोजगारी, पलायन, आर्थिक संकट समेत हर मोर्चे पर नाकाम बीजेपी-जेडीयू सरकार जनता का वोट चुरा कर सत्ता में बने रहना चाहती है। लाखों गरीब और वंचित नागरिकों से वोट का अधिकार छीना जा रहा है। संविधान ने हर एक भारतीय को वोट का अधिकार दिया है। यह अधिकार कोई भी ताकत छीन नहीं सकती। गरीब जनता का एक भी वोट चोरी नहीं होने देंगे।'
प्रियंका मंगलवार को राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा में शामिल हुईं। वोटर अधिकार यात्रा 15 दिनों तक चलेगी। यह 1300 से ज़्यादा किलोमीटर तक चलेगी। इसका नेतृत्व कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव कर रहे हैं। यह यात्रा 17 अगस्त 2025 को बिहार के सासाराम से शुरू हुई और इसका समापन 1 सितंबर 2025 को पटना के गांधी मैदान में एक रैली के साथ होगा। इसका मुख्य उद्देश्य मतदाता सूची में कथित हेराफेरी को उजागर करना, 'वोट चोरी' को रोकना और प्रत्येक नागरिक के मताधिकार की रक्षा करना है।
यात्रा का लक्ष्य बिहार में निर्वाचन आयोग की एसआईआर प्रक्रिया के खिलाफ जागरूकता फैलाना है। कांग्रेस और महागठबंधन का आरोप है कि एसआईआर के तहत मतदाता सूची से लाखों नाम हटाए गए हैं, जिसे वे "वोट चोरी" मानते हैं।
राहुल गांधी ने मतदाताओं के नाम हटाए जाने पर कहा है कि वह लोकतंत्र और संविधान की रक्षा की लड़ाई लड़ रहे हैं, जबकि तेजस्वी यादव ने कहा कि चुनाव आयोग बीजेपी के इशारे पर काम कर रहा है।
राहुल ने ये भी कहा कि बिहार में इंडिया गठबंधन के सभी साथी एकजुट होकर विधानसभा चुनाव की तैयारी में लगे हैं और इसका अच्छा नतीजा मिलेगा। एनडीए सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि बिहार में चल रहा एसआईआर चुनाव आयोग की एक ऐसी कोशिश है जिससे बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए वोट चुराए जा सकें।
यात्रा के दौरान राहुल की मुलाकात प्रेम सागर नाम के एक युवक से हुई। राहुल ने अपने एक्स हैंडल पर प्रेम सागर का एक वीडियो भी शेयर किया। प्रेम सागर ने लगभग 55 सेकंड के वीडियो में बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए और राहुल के सामने अपनी परेशानी बताई।
रेवंत के शामिल होने पर बीजेपी का हमला
सिर्फ प्रियंका ही नहीं, बल्कि राहुल और तेजस्वी के साथ वोटर अधिकार यात्रा में तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी भी शामिल हुए। बिहार की वोटर अधिकार यात्रा में रेवंत रेड्डी के शामिल होने पर बीजेपी ने सवाल भी उठाए। बीजेपी ने रेवंत रेड्डी का पुराना बयान शेयर करते हुए लिखा कि ‘बिहार के लिए तेजस्वी यादव ने एक शर्मनाक स्थिति पैदा कर दी है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने बिहार के DNA को ही खराब बताया था। तेजस्वी ने रेड्डी को अपनी यात्रा में बुलाया है। प्रियंका वाड्रा भी आज इस यात्रा में मौजूद हैं। इन्होंने बिहार के लोगों के लिए अपने ही एक नेता द्वारा मंच से की गई अभद्र और अपमानजनक टिप्पणी पर तालियाँ बजाकर मज़ाक उड़ाया था। बिहार का अपमान करने वाले ये दोनों नेता आज तेजस्वी द्वारा विशेष आमंत्रण से बुलाए गए हैं। आखिर बिहार का अपमान करने वालों से तेजस्वी के इस लगाव की वजह क्या है?'
उधर, यात्रा के दौरान अररिया में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि "मेरी 'वोट चोरी' से जुड़ी प्रेस कॉन्फ्रेंस पर नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने कुछ नहीं कहा। ऐसा इसलिए क्योंकि जब चोर पकड़ा जाता है तो वह बिल्कुल चुप हो जाता है। उसे पता चल जाता है कि मैं तो फँस गया, अब पकड़ लिया गया हूं।"
'वोट चोरी' का यह विवाद तब शुरू हुआ जब कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने 1 अगस्त 2025 को दावा किया कि उनके पास मतदाता सूची में धांधली के विस्फोटक सबूत हैं। राहुल ने इसे परमाणु बम क़रार दिया और कहा कि यह साक्ष्य सत्तारूढ़ दल को बेनकाब कर देगा। उन्होंने विशेष रूप से कर्नाटक के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में 2024 के लोकसभा चुनाव में हार के लिए चुनाव आयोग पर मतदाता सूची में फर्जी मतदाताओं को शामिल करने का आरोप लगाया।
प्रियंका गांधी ने अपने भाई के दावों का समर्थन करते हुए चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि आयोग बिना जांच के इन दावों को खारिज नहीं कर सकता। प्रियंका ने पूछा, 'जब तक जांच नहीं होती, तब तक वे कैसे कह सकते हैं कि दावे गलत हैं? यह हमारे देश की लोकतंत्र की बात है, यह मजाक नहीं है।' उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अगर आयोग केवल भाजपा के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझता है, तो उसे अपनी भूमिका पर पुनर्विचार करना चाहिए।
भाजपा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इसे कांग्रेस की हार का बहाना करार दिया। कुछ दिनों पहले बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने एक 70 स्लाइड की प्रस्तुति के साथ दावा किया कि रायबरेली, वायनाड, डायमंड हार्बर, कन्नौज, मैनपुरी और कोलाथुर में भी मतदाता सूची में अनियमितताएं पाई गई हैं। ठाकुर ने प्रियंका गांधी, अभिषेक बनर्जी और अखिलेश यादव से इस्तीफे की मांग की और कहा कि विपक्ष अपने घुसपैठिया वोट बैंक को बचाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने वायनाड में 93,499 संदिग्ध मतदाताओं और रायबरेली में 2 लाख से अधिक संदिग्ध मतदाताओं का दावा किया। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग अनुराग ठाकुर से एफिडेविट नहीं मांग रहा है।
चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया
चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के दावों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि उन्हें 7 दिनों के भीतर शपथ पत्र के साथ अपनी शिकायतें दर्ज करानी चाहिए, अन्यथा इन्हें अमान्य माना जाएगा। आयोग ने यह भी कहा कि बिहार में 2004 के बाद से नियमित रूप से एसआईआर नहीं हुआ, जिसके कारण कई गैर-पात्र व्यक्तियों को वोटर कार्ड मिल गए।