सीन ये है कि अंगद पहुंचते हैं रावण के पास। सीता को वापस करने की नसीहत देते हैं। रावण अपने विशालकाय चमगादड़ पर बैठकर युद्धभूमि पहुंचता है। तभी मेघनाद सीता को लेकर आ जाता है। मुगले आजम की मधुबाला की तरह हथकड़ी और बेड़ी में जकड़ी सीता। मेघनाद सीता की गरदन के पास एक बटन जैसा दबाता है और बेड़ियां खुल जाती हैं। सीता स्लो मोशन में राम की ओर दौड़ती हैं और राम सीता की ओर। इससे पहले दोनों का मिलन हो, मेघनाद पीछे से सीता को पकड़ लेता है और गर्दन पर कटार रख देता है। जैसे आम फिल्मों में विलेन हीरोइन के गले पर चाकू रखता है। तो मेघनाद चाकू ही नहीं रखता, गला रेत देता है।