loader

आम आदमी पार्टी पर जोरदार ढंग से क्यों हमलावर है बीजेपी?

बीजेपी पिछले कुछ महीनों से आम आदमी पार्टी पर जोरदार ढंग से हमलावर है। वह रोज नए-नए मुद्दे खोजकर आम आदमी पार्टी को घेर रही है। शनिवार को दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन का तिहाड़ जेल में मसाज कराने वाला एक वीडियो सामने आया तो बीजेपी के तमाम बड़े नेता मैदान में कूद गए और उन्होंने कहा कि सत्येंद्र जैन के लिए तिहाड़ जेल के सभी नियमों को कूड़ेदान में फेंक दिया गया है और उन्हें हेड मसाज और फुट मसाज सहित कई सुविधाएं दी जा रही हैं। 

मनी लॉन्ड्रिंग के एक कथित मामले में जांच एजेंसी ईडी ने सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किया था और वह पिछले 6 महीने से जेल में हैं। 

aap bjp clash in MCD election 2022 - Satya Hindi

इसके अलावा भी कई अन्य मामलों को लेकर बीजेपी आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल पर हमलावर है। लेकिन सवाल यह है कि इतने जोरदार हमलों के पीछे बड़ी वजह क्या है क्योंकि राजनीति में आरोपों की लड़ाई चलती रहती है लेकिन बीजेपी जिस तरह आम आदमी पार्टी पर आए दिन तीखे हमले कर रही है, उससे यह पता करना जरूरी है कि इसके पीछे वजह क्या है। 

ताज़ा ख़बरें

गुजरात में केजरीवाल का प्रचार 

अरविंद केजरीवाल बीते कुछ महीनों से गुजरात में धुआंधार चुनाव प्रचार कर रहे हैं। दिल्ली में वह साल 2015 और 2020 में अपने दम पर सरकार बनाकर बीजेपी को करारी शिकस्त दे चुके हैं। इस साल मार्च-अप्रैल में जब एमसीडी के चुनाव प्रस्तावित थे तो केंद्र सरकार ने यह कह कर इन्हें टाल दिया था कि वह दिल्ली के तीनों नगर निगमों को एक करने जा रही है। आम आदमी पार्टी का कहना है कि हार के डर से ही बीजेपी ने दिल्ली नगर निगम के चुनावों को इतने महीने तक टाला और केजरीवाल गुजरात में चुनाव प्रचार करने ना जा सकें इसलिए दोनों का चुनाव कार्यक्रम एक साथ ही चुनाव आयोग से जारी करवाया। 

aap bjp clash in MCD election 2022 - Satya Hindi

आबकारी नीति पर बवाल

दिल्ली में पिछले कई महीनों से केजरीवाल सरकार द्वारा लाई गई और फिर वापस ली गई आबकारी नीति को लेकर जबरदस्त बवाल चल रहा है। बीजेपी का कहना है कि उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आबकारी नीति के जरिए करोड़ों रुपए का घोटाला किया है जबकि आम आदमी पार्टी का कहना है कि आबकारी नीति में एक भी पैसे का घोटाला नहीं हुआ है। इसे लेकर सीबीआई मनीष सिसोदिया के घर और बैंक का लॉकर खंगाल चुकी है और सीबीआई और ईडी दोनों ने कई जगहों पर छापेमारी करने के साथ ही बड़ी संख्या में लोगों को गिरफ्तार भी किया है। 

बीजेपी इसे लेकर दो स्टिंग भी जारी कर चुकी है। 

इसके अलावा बीजेपी ने यमुना नदी की सफाई ना होने के मामले पर भी केजरीवाल सरकार को जोर-शोर से घेरा है। बीजेपी ने कहा है कि दिल्ली में 1000 लो फ्लोर बसों की खरीद में घोटाला हुआ है और ऐसे ही कई अन्य मामलों को भी बीजेपी लगातार उठा रही है। 

aap bjp clash in MCD election 2022 - Satya Hindi

राजेंद्र पाल गौतम विवाद

बीजेपी ने कुछ दिन पहले दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम के एक वायरल वीडियो को मुद्दा बना लिया था। इस वीडियो में राजेंद्र पाल गौतम को बौद्ध धर्म के लोगों के साथ 22 प्रतिज्ञाओं को लेते हुए दिखाया गया था। बीजेपी ने कहा था कि राजेंद्र पाल गौतम ने इन प्रतिज्ञाओं को लेकर हिंदू देवी-देवताओं का अपमान किया है। 

हालांकि राजेंद्र पाल गौतम ने कहा था कि इस तरह की प्रतिज्ञाएं साल 1956 से लगातार ली जाती रही हैं और उन्होंने किसी भी धर्म का कोई अपमान नहीं किया है। बताना होगा कि साल 1956 में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने हजारों लोगों के साथ धर्म परिवर्तन कर बौद्ध धर्म अपनाया था। 

aap bjp clash in MCD election 2022 - Satya Hindi

गुजरात में लगा दिए थे पोस्टर

22 प्रतिज्ञाओं वाला राजेंद्र गौतम का वीडियो सामने आने के बाद बीजेपी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला बोल दिया था और केजरीवाल के खिलाफ गुजरात में कई जगहों पर हिंदू विरोधी होने के पोस्टर लगा दिए थे। इन पोस्टर में लिखा गया था कि मैं ब्रह्मा, विष्णु, महेश, राम, कृष्ण को ईश्वर नहीं मानता। पोस्टर में यह भी लिखा गया था कि मैं हिंदू धर्म को पागलपन मानता हूं। ऐसे पोस्टर गुजरात के कई शहरों में लगे होने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं। अरविंद केजरीवाल गुजरात का विधानसभा चुनाव जोर-शोर से लड़ रहे हैं। विवाद बढ़ने के बाद केजरीवाल को गौतम को कैबिनेट मंत्री के पद से हटाना पड़ा था। 

बीजेपी ने राजेंद्र पाल गौतम की आड़ लेकर केजरीवाल की सॉफ्ट हिंदुत्व वाले नेता की छवि को ध्वस्त करने की कोशिश की है। बता दें कि केजरीवाल लगातार सॉफ्ट हिंदुत्व वाले नेता की छवि बनाने में जुटे हुए हैं। 

कैश फॉर टिकट का मामला

बीते बुधवार को एंटी करप्शन ब्रांच यानी एसीबी ने एमसीडी चुनाव में टिकट के बदले पैसे मांगने के आरोप में आम आदमी पार्टी के विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी के साले समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। 

इसे लेकर बीजेपी ने पूरी आम आदमी पार्टी को कटघरे में खड़ा किया था और कहा था कि यह सिर्फ एक मामला नहीं है, एमसीडी के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 90 फीसद से ज्यादा टिकट 70 लाख से 1 करोड़ रुपए में बेचे गए हैं। 

aap bjp clash in MCD election 2022 - Satya Hindi

मुकेश गोयल का स्टिंग

शुक्रवार को बीजेपी ने आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मुकेश गोयल का कथित स्टिंग वीडियो जारी किया था और इसके जरिए आरोप लगाया था कि मुकेश गोयल एक जूनियर इंजीनियर से रिश्वत मांग रहे हैं। हालांकि मुकेश गोयल ने इससे इनकार किया था। 

जैस्मीन शाह का मामला

शुक्रवार को दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से कहा है कि वह जैस्मीन शाह को दिल्ली डायलॉग एंड डेवलपमेंट कमीशन (डीडीडीसी) के उपाध्यक्ष पद से हटाएं। यह आरोप लगाया गया है कि शाह ने अपने दफ्तर का दुरुपयोग राजनीतिक कारणों के लिए किया है। डीडीडीसी को दिल्ली सरकार का थिंकटैंक माना जाता है। इस मामले में  दिल्ली बीजेपी के सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने आरोप लगाया था कि डीडीडीसी के उपाध्यक्ष के रूप में जैस्मीन शाह आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता की तरह काम कर रहे हैं और यह पूरी तरह से नियमों का उल्लंघन है।  

आम आदमी पार्टी एमसीडी का चुनाव हर हाल में जीतना चाहती है। आम आदमी पार्टी गुजरात में भी जीत के दावे कर रही है। पार्टी के सबसे बड़े चेहरे और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एमसीडी के साथ ही गुजरात के विधानसभा चुनाव में भी पूरा जोर लगा रहे हैं लेकिन बीजेपी के लगातार हमलों ने उन्हें कुछ हद तक परेशान जरूर कर दिया है। 

दिल्ली से और खबरें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कुछ दिन पहले गुजरात में हुई चुनावी सभाओं में जिस तरह जोर-शोर से अर्बन नक्सल का मुद्दा उठाया था उससे यह सवाल उठा था कि क्या बीजेपी को अपने वोटों में सेंध लगने का कोई डर है।

ऐसे में यह सवाल जरूर उठता है कि क्या बीजेपी को एमसीडी और गुजरात के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी से कोई राजनीतिक खतरा है। एमसीडी के चुनाव को लेकर जो ओपिनियन पोल सामने आए हैं उनके मुताबिक यहां पर बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच कड़ी टक्कर है लेकिन गुजरात में आम आदमी पार्टी बीजेपी के लिए कोई बड़ी चुनौती बन सकती है, ऐसा नहीं लगता। लेकिन बावजूद इसके वह गुजरात में भी लगातार आम आदमी पार्टी पर हमले कर रही है। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

दिल्ली से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें