आम आदमी पार्टी दिल्ली चुनाव तो जीत गई पर इसके वादों का क्या होगा? पार्टी की धमाकेदार जीत पर कहा जा रहा है कि पार्टी के विकास मॉडल और मुफ़्त वाली योजनाओं पर लोगों ने वोट दिया है। यानी लोगों की उम्मीदें बढ़ी हैं और आम आदमी पार्टी यानी आप ने चुनाव से पहले ऐसी कई घोषणाएँ और वादे कर लोगों की उम्मीदें और बढ़ा दी हैं। लेकिन ऐसे में जब दिल्ली ही नहीं, पूरे देश की अर्थव्यवस्था की हालत ठीक नहीं है, पार्टी इन वादों को कैसे पूरा करेगी? पैसे कहाँ से जुटाएगी? क्या इन वादों को पूरा करने के लिए दिल्ली पर क़र्ज़ लादेगी? कहीं पार्टी इनसे मुकर तो नहीं जाएगी?
केजरीवाल कैसे पूरे करेंगे चुनावी वादे?
- दिल्ली
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- 12 Feb, 2020

आम आदमी पार्टी दिल्ली चुनाव तो जीत गई पर चुनौतियों का क्या होगा? पार्टी की धमाकेदार जीत पर कहा जा रहा है कि पार्टी के विकास मॉडल और मुफ़्त वाली योजनाओं पर लोगों ने वोट दिया है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चुनाव से पहले से ही यह कहते रहे हैं कि आप जो दावा करती है उसे पूरा करती है। वह चुनाव प्रचार के दौरान भी यही दावे करते रहे कि स्कूलों और हॉस्पिटलों की स्थिति सुधारने से लेकर सीसीटीवी लगाने और फ़्री वाई-फ़ाई की सुविधा देने के वादे पर आप सरकार खरी उतरी है। हालाँकि बीजेपी इन दावों को खारिज करती रही और कहा कि 2015 में चुनाव से पहले किए गए चुनावी वादों को पूरे करने में केजरीवाल सरकार विफल साबित हुई है। बीजेपी तो केजरीवाल सरकार की मुफ़्त वाली योजनाओं को लेकर हमेशा निशाने पर लेती रही। लेकिन केजरीवाल ने अपने वादों को पूरा करने को मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ा और वह जीत भी गए। जीत भी धमाकेदार है। यह जीत उस माहौल में हुई है जब बीजेपी ने पूरी ताक़त दिल्ली में आप को रोकने में लगा दी। लेकिन इसके बावजूद दिल्ली के लोगों ने केजरीवाल की योजनाओं पर मुहर लगा दी।