दिल्ली में शाहीन बाग़ के इर्द-गिर्द हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी की सांप्रदायिक ध्रुवीकरण कराने की कोशिशें उसी पर उल्टी पड़ गईं। आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के बीच मुसलिम वोटों के बंटवारे से कुछ सीटों पर जीत की उम्मीद लगाये बैठी पार्टी को मुंह की खानी पड़ी है। ‘आप’ अपने पांचों मुसलिम उम्मीदवारों को भारी अंतर से जिताने में कामयाब रही। इन सीटों पर कांग्रेस के सभी उम्मीदवारों की ज़मानत ज़ब्त हो गई। इसी के साथ विधानसभा में मुसलिम विधायकों की संख्या चार से बढ़कर पांच हो गई है।
दिल्ली: 'आप' के पांचों मुसलिम उम्मीदवार जीते, कांग्रेसियों की ज़मानत ज़ब्त
- दिल्ली
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- 13 Feb, 2020

दिल्ली विधानसभा चुनाव में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण कराने की बीजेपी की कोशिशें फ़ेल रहीं और लोगों ने केजरीवाल सरकार के काम को वोट दिया है।
ओखला
सबसे पहले बात करते हैं ओखला विधानसभा सीट की। जिस शाहीन बाग़ के ख़िलाफ़ बीजेपी पूरे चुनाव में दुष्प्रचार करती रही, वह इलाक़ा इसी विधानसभा सीट में आता है। यहां बीजेपी को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। इस सीट पर ‘आप’ के उम्मीदवार अमानतुल्लाह ख़ान को एक लाख तीस हज़ार वोट मिले और उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार ब्रह्म सिंह तंवर को 71,827 वोटों से हराया। तंवर पिछले चुनाव में 64,532 वोटों से हारे थे। इस सीट से लगातार तीन बार विधायक रहे कांग्रेस के दिग्गज नेता परवेज़ हाशमी महज़ पांच हज़ार वोटों पर ही सिमट गए। हाशमी की ज़मानत भी नहीं बची।