दिल्ली में शाहीन बाग़ के इर्द-गिर्द हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी की सांप्रदायिक ध्रुवीकरण कराने की कोशिशें उसी पर उल्टी पड़ गईं। आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के बीच मुसलिम वोटों के बंटवारे से कुछ सीटों पर जीत की उम्मीद लगाये बैठी पार्टी को मुंह की खानी पड़ी है। ‘आप’ अपने पांचों मुसलिम उम्मीदवारों को भारी अंतर से जिताने में कामयाब रही। इन सीटों पर कांग्रेस के सभी उम्मीदवारों की ज़मानत ज़ब्त हो गई। इसी के साथ विधानसभा में मुसलिम विधायकों की संख्या चार से बढ़कर पांच हो गई है।