loader

नफ़रती नारे: बीजेपी सदस्य अश्विनी उपाध्याय को जमानत मिली

दिल्ली के जंतर-मंतर पर मुसलमानों के ख़िलाफ़ लगाए गए नफ़रती नारों के मामले में न्यायिक हिरासत में बंद बीजेपी सदस्य अश्विनी उपाध्याय को ज़मानत मिल गई है। इससे पहले दिल्ली की एक अदालत ने बीजेपी नेता अश्विनी उपाध्याय, प्रीत सिंह, विनोद शर्मा और दीपक कुमार को दो दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। सुनवाई के दौरान दिल्ली पुलिस ने अदालत से कहा कि इस मामले के अभियुक्तों को रिहा नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि ये लोग समाज के बीच जाकर क़ानून व्यवस्था की दिक्क़त खड़ी कर सकते हैं। 

मेट्रोपोलिटिन मजिस्ट्रेट तन्वी खुराना ने कहा कि सुबूतों से छेड़छाड़ की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। इसके अलावा दीपक सिंह हिंदू और विनीत वाजपेयी को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। वकील अतुल श्रीवास्तव ने अदालत में अर्जी लगाकर उपाध्याय, प्रीत सिंह, विनोद कुमार और दीपक की 14 दिन की न्यायिक हिरासत मांगी थी। 

ashwini upadhyay got bail in case of anti muslim slogans at jantar mantar - Satya Hindi
मंगलवार को दिल्ली पुलिस ने अश्विनी उपाध्याय समेत 6 लोगों को गिरफ़्तार कर लिया था। पुलिस इन लोगों से लगातार इस घटना के बारे में पूछताछ कर रही है। रविवार को जंतर-मंतर पर आयोजित एक कार्यक्रम में ये नफ़रती नारे लगाए गए थे। कार्यक्रम के आयोजक अश्विनी उपाध्याय थे। 
ताज़ा ख़बरें

इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद जब पुलिस ने अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की थी तो उसकी काफी आलोचना हुई थी क्योंकि नफ़रती नारे लगाने वालों के चेहरे आसानी से देखे जा सकते हैं। 

अश्विनी ने किया किनारा

अश्विनी उपाध्याय का कहना है कि यह कार्यक्रम सेव इंडिया फ़ाउंडेशन की ओर से किया गया था और उनका इस इदारे से कोई लेना-देना नहीं है। उनके मुताबिक़, उन्हें वहां दूसरे लोगों की ही तरह बतौर मेहमान बुलाया गया था और वे 11 बजे कार्यक्रम में पहुंचे थे और 12 बजे वहां से लौट आए थे। उन्होंने यह भी कहा कि वे इस घटना में शामिल शरारती तत्वों को नहीं पहचानते। 

जबकि उपाध्याय ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लोगों से भारत जोड़ो आंदोलन के नाम पर 8 अगस्त को दिल्ली चलो का आह्वान किया था और वह इसे लेकर खासे सक्रिय थे। उपाध्याय ने नफ़रती नारों के मामले में पुलिस में शिकायत देकर कहा है कि अगर वीडियो सही है तो नारे लगाने वालों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जानी चाहिए। कार्यक्रम में बीजेपी नेता गजेंद्र चौहान भी शामिल थे। 

दिल्ली से और ख़बरें

उपाध्याय ने कहा है कि उनका नफ़रती नारों से कोई लेना-देना नहीं है लेकिन पुलिस ने कहा है कि उनकी भूमिका की जांच की जा रही है। 

दीपक सिंह के बारे में पता चला है कि वह किसी हिंदू संगठन से जुड़ा है। 31 जुलाई को उसने पूर्वी दिल्ली के पटपड़गंज में लोगों को एक मजार पर हनुमान चालीसा पढ़ने के लिए बुलाया था। जबकि वीडियो में दिख रहे उत्तर मलिक नाम के शख़्स ने कहा था कि वह डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती का चेला है। यति नरसिंहानंद सरस्वती ने बीते कुछ महीनों में मुसलमानों के ख़िलाफ़ जमकर ज़हर उगला है। 

नरसिंहानंद सरस्वती ने द इंडियन एक्सप्रेस से कहा है कि उनके चेले जंतर-मंतर के कार्यक्रम में गए थे। उन्होंने कहा कि बाक़ी संगठनों के लोगों को भी अश्विनी उपाध्याय का समर्थन करना चाहिए। नरसिंहानंद सरस्वती ने नफ़रती नारों को जायज ठहराया और कहा कि हिंदुओं में बहुत ग़ुस्सा है। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

दिल्ली से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें