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दिल्ली चुनाव: छह घंटे के इंतज़ार के बाद केजरीवाल ने आख़िरकार भरा पर्चा

अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आख़िरकार पर्चा भर दिया। इसके लिए उन्हें चुनाव कार्यालय पर छह घंटे से ज़्यादा इंतज़ार करना पड़ा। नामाँकन भरने का मंगलवार को आख़िरी दिन था और वह अपने परिवार और समर्थकों के साथ दोपहर में ही पहुँच गए थे। लेकिन उनसे पहले आए उम्मीदवारों की संख्या इतनी ज़्यादा थी कि उन्हें देर तक इंतज़ार करना पड़ा और नामाँकन भरते-भरते रात हो गई। 

चुनाव कार्यालय पर नामाँकन भरने के लिए 66 उम्मीदवार आ गए थे। आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि इनमें से 45 लोगों को बीजेपी ने इसलिए भेज दिया है ताकि केजरीवाल नामाँकन दाखिल नहीं कर सकें। बता दें कि केजरीवाल सोमवार को ही नामाँकन दाखिल करने वाले थे लेकिन नामाँकन भरने के दौरान निकाली गई रैली में इतनी देरी हो गई थी कि वह नामाँकन नहीं भर पाए थे। नामाँकन भरने का समय दोपहर तीन बजे तक ही होता है। हालाँकि, आख़िरी दिन होने की वजह से मंगलवार को तीन बजे के बाद भी नामाँकन दाखिल किया जा सका। 

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लेकिन इस पूरे मामले में तब विवाद हो गया जब केजरीवाल की पार्टी, आप ने बीजेपी पर नामाँकन दाखिल करने में अड़चन डालने का आरोप लगाया। अरविंद केजरीवाल ने पहले ट्वीट कर ख़ुद के लाइन में होने की जानकारी दी थी। उन्होंने 2.36 पर ट्वीट किया कि मैं नामाँकन दाखिल करने के लिए इंतज़ार में हूँ और मेरा टोकन नंबर 45 है। इसके बाद मनीष सिसोदिया ने हमला किया। उन्होंने ट्वीट किया कि बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल से पहले 45 लोगों को लाइन में लगा दिया। उन्होंने इसके लिए चुनाव आयोग पर निशाना साधा।
इसके बाद सिसोदिया ने एक और ट्वीट किया और लिखा कि 'बीजेपी वालो! चाहे जितनी साज़िश कर लो! अरविंद केजरीवाल को न नोमिनेशन भरने से रोक पाओगे और न ही तीसरी बार दिल्ली का मुख्यमंत्री बनने से... तुम्हारी साज़िशें कामयाब नहीं होंगी।'
हालाँकि इस पूरे विवाद पर केजरीवाल उतने हमलावर नहीं रहे जितने मनीष सिसोदिया। इससे पहले जब केजरीवाल नामाँकन दाखिल करने के लिए पहुँचे थे तभी दूसरे उम्मीदवारों ने भी प्रतिक्रियाएँ दी थीं। 'एनडीटीवी' की रिपोर्ट के अनुसार निर्दलीय नामाँकन भरने का दावा करने वाले एक उम्मीदवार ने कहा कि हम केजरीवाल को अंदर घुसने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि उनके पास इसके अलावा कोई चारा नहीं है कि वह हमारी तरह ही लाइन में खड़े हों। उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल ने उनको धोखा दिया था जब वे दोनों अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी अभियान का हिस्सा थे। रिपोर्ट के अनुसार, एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि वह अपने साथ 30 अन्य लोगों को लेकर आए हैं और वे सभी आज नामाँकन दाखिल करेंगे। 
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क़मर वहीद नक़वी
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