दिल्ली विधानसभा चुनाव में मतदान के जब कुछ दिन ही बाक़ी हैं तो प्रचार अब आक्रामक हो गया है। बीजेपी ने केजरीवाल की छवि पर ताबड़तोड़ हमले किए हैं। पिछले क़रीब एक हफ़्ते से ध्रुवीकरण की कोशिश में जुटी बीजेपी ने अब अरविंद केजरीवाल को 'लायर ऑफ़ द डीकेड' यानी ‘दशक का सबसे बड़ा झूठा’ बताने के लिए ट्विटर पर अभियान छेड़ा है। इसमें अरविंद केजरीवाल से जुड़े कई वीडियो की क्लिपिंग को जोड़कर वीडियो बनाये गए हैं और यह दिखाने की कोशिश की गई है कि वह कैसे 'झूठ' बोल रहे हैं। इसके अलावा अलग-अलग ट्वीट के ज़रिए भी उनको 'धोखेबाज़' और झाँसा देने वाला बताया गया है। तो बीजेपी के इन आरोपों की सच्चाई क्या है? और क्या इससे यह लगता है कि बीजेपी के लिए केजरीवाल सबसे बड़ी चुनौती साबित हो रहे हैं? हालाँकि आम आदमी पार्टी ने इसका जवाब नहीं दिया है, लेकिन एक ट्वीट कर इसने इशारों में अमित शाह पर चुनाव को साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण करने का आरोप लगाया है।
बीजेपी ने क्यों कहा, केजरीवाल 'दशक के सबसे झूठे'?
- दिल्ली
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- 4 Feb, 2020
बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल को 'लायर ऑफ़ द डेकेड' यानी ‘दशक का सबसे बड़ा झूठा’ बताने के लिए ट्विटर पर अभियान छेड़ा है।

इसी के तहत बीजेपी ने पूर्वांचलियों को लेकर दो अलग-अलग क्लिपिंग का एक वीडियो अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया है। इसमें एक क्लिपिंग में एक मीडिया इंटरव्यू में केजरीवाल से उस आरोप पर पूछा गया जिसमें बीजेपी आरोप लगाती है कि पूर्वांचली के प्रति केजरीवाल की दुर्भावना है और वह (केजरीवाल) कहते हैं कि बाहर के लोग आते हैं और लाखों का इलाज मुफ़्त में कराकर चले जाते हैं। इसके जवाब में अरविंद केजरीवाल कहते हैं कि यह झूठ है, बीजेपी झूठ की फ़ैक्ट्री बन गई है।