जब से दिल्ली दंगा हुआ है तब से पूरी जाँच प्रक्रिया पर सवाल उठते रहे हैं और जिन्होंने ये सवाल उठाए उनमें से कई लोगों के निशाने पर रहे। अब कारवाँ मैगज़ीन के रिपोर्टरों को निशाना बनाया गया है। रिपोर्टरों को पीटा गया और यौन उत्पीड़न किया गया। रिपोर्टरों ने ये आरोप लगाए। ये लगातार इस मामले में रिपोर्टिंग करते रहे हैं और दंगे के बाद के हालात व जाँच में खामियों को उजागर करते रहे हैं। मंगलवार को भी ये रिपोर्टिंग करने गए थे। ये पत्रकार दंगों के दौरान महिलाओं के उत्पीड़न पर रिपोर्ट कर रहे थे कि भीड़ ने उन पर हमला कर दिया। आरोप है कि महिला रिपोर्टर के सामने भीड़ में से एक व्यक्ति ने गंदी हरकतें भी कीं। इतने गंभीर आरोप होने के बावजूद पुलिस ने एफ़आईआर दर्ज नहीं की है। उसका कहना है कि वह पहले मामले की जाँच करेगी।