नफ़रत वाली सामग्री को लेकर लगातार निशाने पर रहे फ़ेसबुक इंडिया को दिल्ली के एक पैनल ने आज दिल्ली दंगे के मामले में तलब किया। इस पैनल ने दिल्ली दंगे से पहले और दंगे के दौरान नफ़रत फैलाने वाली पोस्टों को लेकर तीखे सवाल किए। फ़ेसबुक इंडिया की तरफ़ से पेश अधिकारियों ने कुछ सवालों के जवाब दिए तो कुछ सवालों को यह कहकर टाल दिया कि उनको ऐसा करने का अधिकार है। हालाँकि, उस पैनल ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए उन मामलों में सफ़ाई मांगी। पैनल ने फ़ेसबुक इंडिया से कहा है कि वह पब्लिक पॉलिसी टीम और बोर्ड ऑफ़ डाइरेक्टर्स के धार्मिक जुड़ाव की जानकारी साझा करे।
पैनल ने फेसबुक से पूछा- दिल्ली दंगों के बीच नफ़रत की कितनी शिकायतें आईं
- दिल्ली
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- 18 Nov, 2021
दिल्ली दंगों के दौरान फ़ेसबुक पर नफ़रत वाली सामग्री कितनी थी और क्या कार्रवाई की गई थी? दिल्ली के विधानसभा पैनल के सामने नफ़रत वाली सामग्री को लेकर क्या फ़ेसबुक सही से जवाब दे रहा है?

शांति और सद्भाव पर दिल्ली विधानसभा समिति ने फ़ेसबुक इंडिया को इस मामले में जवाब तलब के लिए बुलाया था। समिति के अध्यक्ष आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने यह भी सवाल किया कि 'फ़ेसबुक इंडिया में काम करने वाले लोगों का धार्मिक जुड़ाव क्या है?'