अरविन्द केजरीवाल
आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख केजरीवाल ने 2 नवंबर और 21 दिसंबर को भी दो केंद्रीय जांच एजेंसी के सामने पेश होने से इनकार कर दिया था। तब उन्होंने अलग वजहें बताई थीं।
सीबीआई का तर्क है कि शराब कंपनियां खुद दिल्ली सरकार की नीति तैयार बनवाने में शामिल थीं, जिससे उन्हें 12 प्रतिशत का लाभ होने वाला था। कुछ दिन के बाद जब जांच का आदेश हुआ तो नई नीति को दिल्ली सरकार ने वापस ले लिया। एक शराब लॉबी जिसे "साउथ ग्रुप" कहा जाता है, पर इस मामले में रिश्वत देने का आरोप है, जिसका एक हिस्सा आप नेताओं को दिया गया था। ईडी ने हेराफेरी का आरोप लगाया है।