loader

जामिया: फ़ायरिंग की घटना पर चुनाव आयोग सख़्त, डीसीपी बिस्वाल को हटाया

जामिया के छात्रों पर एक नाबालिग शख़्स के द्वारा फ़ायरिंग किये जाने की घटना के बाद चुनाव आयोग ने कड़ी कार्रवाई की है। आयोग ने दक्षिण-पूर्व जिले के डीसीपी चिन्मय बिस्वाल को उनके पद से हटा दिया है और उनकी जगह कुमार ज्ञानेश को एडिशनल डीसीपी बनाये जाने का आदेश दिया है। जामिया और शाहीन बाग़ में नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में चल रहे प्रदर्शनों में फ़ायरिंग की कई घटनाएं हो चुकी हैं। 

चुनाव आयोग के प्रवक्ता ने कहा, ‘चुनाव आयोग ने फ़ैसला लिया है कि 2008 बैच के आईपीएस अफ़सर चिन्मय बिस्वाल को उनके पद से तत्काल हटाया जाता है और अब वह गृह मंत्रालय को रिपोर्ट करेंगे।’ प्रवक्ता ने कहा कि ताज़ा हालात को देखते हुए आयोग ने 1997 बैच के आईपीएस अधिकारी कुमार ज्ञानेश को दक्षिण-पूर्व जिले का डीसीपी नियुक्त किया है। 

ताज़ा ख़बरें
चुनाव आयोग की ओर से गृह मंत्रालय और पुलिस कमिश्नर से जल्द से जल्द चुनाव आयोग के पास तीन नाम भेजने के लिये कहा गया है जिससे दक्षिण-पूर्व जिले में नियमित डीसीपी की तैनाती की जा सके। दिल्ली में 8 फ़रवरी को होने वाले मतदान को देखते हुए चुनाव आयोग के अधिकारियों और पुलिस अफ़सरों के बीच लगातार बैठक हो रही है। 

इस बीच जामिया को-ऑर्डिनेशन कमेटी ने दावा किया है कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया में रविवार की देर रात फिर से फ़ायरिंग हुई है। कमेटी ने कहा है कि जामिया में नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में चल रहे प्रदर्शन के दौरान हमलावरों ने इस घटना को अंजाम दिया है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक़, फ़ायरिंग की यह घटना जामिया के गेट नंबर 5 पर हुई है। कमेटी की ओर से दावा किया गया है कि हमलावरों में से एक शख़्स ने लाल रंग की जैकेट पहनी थी और वे लाल रंग की स्कूटी पर आये थे। कमेटी ने कहा है कि घटना में कोई भी घायल नहीं हुआ है। 

दिल्ली से और ख़बरें
कुछ दिन पहले भी जामिया के छात्रों पर एक नाबालिग शख़्स ने फ़ायरिंग कर दी थी। हमलावर ने फ़ायरिंग करते वक्त ‘ये लो आज़ादी’ का नारा लगाया था। फ़ायरिंग में जामिया का एक छात्र भी घायल हो गया था। फ़ायरिंग की इस घटना को लेकर चुनाव आयोग ने रविवार को दक्षिण-पूर्व जिले के डीसीपी चिन्मय बिस्वाल का ट्रांसफ़र करने का आदेश दिया था। एक और ताज़ा घटना में नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ दिल्ली के शाहीन बाग़ में चल रहे धरने में बीते शनिवार को एक शख़्स ने फ़ायरिंग कर दी थी। लेकिन स्थानीय लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था। 
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

दिल्ली से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें