दिल्ली नगर निगम के 4 दिसंबर को होने वाले चुनावों पर पूरे देश की नजर है। क्यों न हो! दिल्ली देश की राजधानी है और यहाँ की हर राजनीतिक धमक की आवाज़ दूर तक जाती है। आज की बीजेपी और पुराने जनसंघ ने सबसे पहला चुनाव दिल्ली नगर निगम का ही जीता था और उसके बाद देश की राजनीति में एक नए दल ने कदम रखा था। 1958 की 80 सदस्यों वाली नगर निगम कभी तीन हिस्सों में बंटी और फिर अब एक हुई है। सदस्यों की संख्या 272 तक बढ़ते हुए अब घटकर 250 पर आ गई है।
दिल्ली नगर निगम चुनाव में क्या आप दे पायेगी बीजेपी को मात?
- दिल्ली
- |
- |
- 15 Nov, 2022

दिल्ली नगर निगम चुनाव का आख़िर माहौल क्या है? क्या बीजेपी के क़िले को इस बार आप ढहा पाएगी या फिर एमसीडी चुनाव में बीजेपी को हराना आप के बस की बात नहीं?
दिल्ली नगर निगम ने देश की राजनीति को जनसंघ (अब भाजपा) के रूप में नई पार्टी दी और तो अब दस साल पहले बनी आम आदमी पार्टी के भविष्य को भी नगर निगम से जोड़कर देखा जा रहा है। 2013 के बाद दिल्ली की राजनीति में अपने पैर अंगद की तरह जमाने वाली आम आदमी पार्टी अब तक नगर निगम चुनाव नहीं जीत पाई। 2017 में वह बीजेपी को मात नहीं दे पाई थी। इस बार गुजरात और हिमाचल के साथ-साथ दिल्ली में भी वह अपने विस्तार की राह तलाश रही है।