loader

पीएम मोदी इन दिनों अपने भाषणों में युवाओं की क्यों कर रहे इतनी चर्चा ?

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को वीर बाल दिवस के अवसर पर भारत मंडपम में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा है कि आने वाले 25 साल हमारी युवाशक्ति के लिए बहुत बड़ा अवसर लेकर आ रहे हैं। 
पीएम मोदी इन दिनों अक्सर ही अपने भाषणों में युवाओं को लेकर बातें कर रहे हैं। वह बता रहे हैं कि कैसे उनकी सरकार ने युवाओं के लिए बेहतर अवसर मुहैया कराया है।
मंगलवार को भारत मंडपम में आयोजित वीर बाल दिवस समारोह में उन्होंने कहा कि भारत का युवा किसी भी क्षेत्र में, किसी समाज में पैदा हुआ हो उसके सपने असीम हैं।
इन सपनों को पूरा करने के लिए सरकार के पास स्पष्ट रोड मैप है, स्पष्ट विजन है, स्पष्ट नीति है और नीयत में कोई खोट नहीं है।
उन्होंने कहा कि आज भारत, दुनिया के उन देशों में से है, जो देश सबसे ज्यादा युवा देश है। इतना युवा तो भारत अपनी आजादी की लड़ाई के समय भी नहीं था। 
जब उस युवाशक्ति ने देश को आजादी दिलाई, तो आज की युवाशक्ति भारत को किस ऊंचाई पर ले जा सकती है। यह कल्पना से परे है।
पीएम ने इस कार्यक्रम को लेकर कहा कि वीर बाल दिवस' अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मनाया जाने लगा है। ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, UAE और ग्रीस में भी वीर बाल दिवस से जुड़े कार्यक्रम हो रहे हैं। भारत के वीर साहिबजादों को पूरी दुनिया और ज्यादा जानेगी, उनके महान करतूतों से सीखेगी।
पिछले वर्ष देश ने पहली बार 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के तौर पर मनाया था। तब पूरे देश में सभी ने भाव विभोर होकर साहिबजादों की वीर गाथाओं को सुना था। 
वीर बाल दिवस भारतीयता की रक्षा के लिए कुछ भी कर गुजरने के संकल्प का प्रतीक है। ये दिन हमें याद दिलाता है कि शौर्य की पराकाष्ठा के समय कम आयु मायने नहीं रखती।
आज देश वीर साहिबजादों के अमर बलिदान को याद कर रहा है, उनसे प्रेरणा ले रहा है। आजादी के अमृतकाल में 'वीर बाल दिवस' के रूप में एक नया अध्याय प्रारंभ हुआ है।
इससे पहले सोमवार को अपने आवास पर आयोजित क्रिसमस समारोह में उन्होंने कहा था कि क्रिसमस पर गिफ्ट-उपहार देने की परंपरा है।
इसलिए, इस अवसर पर हम ये विचार करें कि कैसे हम आने वाली पीढ़ियों को एक बेहतर धरती का उपहार दे सकते हैं।
उन्होंने कहा था कि 2047 तक विकसित भारत बनाने के लक्ष्य साथ, हम अपनी विकास यात्रा को तेज गति से आगे बढ़ा रहे हैं। इस विकास यात्रा में हमारे सबसे महत्वपूर्ण साथी हमारे युवा हैं।
ताज़ा ख़बरें

आखिर पीएम मोदी युवाओं पर क्यों कर रहे फोकस

पीएम मोदी के सोमवार और मंगलवार के भाषणों को ही देखें तो वह इनमें युवाओं पर फोकस करते दिख रहे हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या वह किसी रणनीति के तहत इन दिनों युवाओं की बातें उठा रहे हैं। 

राजनैतिक विश्लेषकों का मानना है कि पीएम के भाषणों में युवा आबादी की चर्चा कोई संयोग नहीं है। वह पिछले कई वर्षों से युवाओं को प्रभावित और उनका भरपूर समर्थन हासिल करने की कोशिश में हैं। इस कोशिश में वह काफी हद तक कामयाब भी रहे हैं। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा की शानदार जीत और पीएम मोदी की लोकप्रियता का कारण युवाओं का समर्थन और वोट ही है।
पीएम मोदी अब एक बार फिर 2024 के चुनाव को ध्यान में रखकर युवाओं को प्रभावित करना चाहते हैं। वह जानते हैं कि आगामी लोकसभा चुनाव में युवा मतदाता ही चुनाव में हार और जीत का अंतर तय करेंगे। भारत एक युवा बहुल आबादी वाला देश है और अगर युवाओं का समर्थन मिला तभी वह दुबारा सत्ता में आ सकते हैं।
युवाओं पर फोकस करने का एक महत्वपूर्ण कारण यह भी है कि विपक्ष लगातार युवाओं की बेरोजगारी और उनसे संबंधित मुद्दों को हाल के वर्षों में उठाता रहा है। इससे भाजपा को यह आशंका है कि युवाओं का एक बड़ा तबका उससे नाराज़ होकर विपक्षी दलों को जीता सकता है।
ऐसे में इस नाराज़ तबके को मनाने और युवाओं के बीच भाजपा की लोकप्रियता बढ़ाने के लिए पीएम मोदी अपने भाषणों में उन पर चर्चा कर रहे हैं। 

जैसे - जैसे लोकसभा चुनाव करीब आता जा रहा है पीएम मोदी के भाषणों में युवाओं की चर्चा बढ़ती जा रही है। 

राजनैतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा आने वाले दिनों में युवाओं को प्रभावित करने के लिए सोशल मीडिया और अन्य जनसंपर्क माध्यमों के जरिए अभियान चलाएगी। 
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

दिल्ली से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें