नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में शाहीन बाग़ में चल रहे धरने को दो महीने से ज़्यादा का वक्त हो गया है। प्रदर्शनकारी यही कहते रहे हैं कि वे सर्द रातों में भी धरने पर बैठे रहे लेकिन आज तक सरकार का कोई नुमाइंदा उनसे मिलने नहीं आया। धरने के विरोध में याचिकाएं दायर होने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने मध्यस्थों को नियुक्त किया और प्रदर्शनकारियों से बातचीत करने के लिये भेजा। मध्यस्थों से बातचीत के दौरान प्रदर्शनकारियों का दर्द सामने आया।