गोवा की उछाल मारती समुद्री लहरों में राजनीति के रंग दिखाई देने लगे हैं। लेकिन इन्हीं रंगों को बदरंग कर रही है कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की आहट। दिसंबर का महीना है और गोवा में दुनिया भर से लोग साल के इस आखिरी महीने में मौज मस्ती और नये साल का स्वागत करने पहुंचते हैं। लेकिन दो साल से कोरोना के असर से परेशान लोगों को ओमिक्रॉन ने दहशत में डाल दिया है।
गोवा की लहरों में राजनीतिक उफान, बेहिसाब पैसे क्यों खर्च कर रही है टीएमसी!
- गोवा
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- 6 Dec, 2021

खूबसूरत समुद्री किनारों वाला गोवा सभी को लुभाता है। लेकिन कोरोना की कसक के बीच ख़राब आर्थिक हालात से लोग हैरान हैं। धंधा चौपट है, फिर भी चुनाव तो होना ही है, सो दुष्कर हालात में भी गोवा अपनी राजनीति के नए प्रतिमान गढ़ने की तरफ बढ़ रहा है।
वापस जा रहे टूरिस्ट
नये साल के आने के पहले ही यहां से टूरिस्ट की वापसी शुरु हो गयी है और ज्यादातर होटल और क्लब खाली-खाली से पड़े हैं। हाल यह है कि वीकेंड की रातों को गोवा के जिन मशहूर जगहों क्लब कबाना और थलासा जैसी जगहों पर प्रवेश के लिए मिन्नतें करनी पड़ती थी अब वहां पर खुद क्लब के लोग सड़क पर खड़े होकर टूरिस्ट को बुला रहे हैं।
थलासा के जुएल लोबो के अनुसार नये वैरिएंट की खबरों के चलते अचानक भीड़ घट गयी है और अब हम भी लोगों को फ्री एंट्री दे रहे हैं। इस बीच चुनाव सिर पर आ रहे हैं और आगे क्या होगा, सभी असमंजस में हैं। जीवन से लेकर समाज और माहौल से लेकर राजनीति हर तरफ असमंजस है।