नियति ने रविवार को गोवा के सबसे प्रसिद्ध राजनीतिक चेहरों में से एक मुख्यमंत्री मनोहर पर्रीकर को इससे छिन लिया। वह एक ऐसे नेता थे जिनकी 25 वर्षों से ज़्यादा की लंबी राजनीतिक पारी ने इस राज्य को उतना प्रभावित किया है जितना किसी और ने नहीं। इसीलिए यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि अब आगे क्या होगा?