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पीएम मोदी के स्कूल प्रेम पर मीम की भरमार है।

गुजरात चुनाव में 'आप' का आक्रामक क्रिएटिव अभियान

आम आदमी पार्टी के गुजरात चुनाव अभियान पर नजर रखने की जरूरत है। उसके अभियान का स्टाइल बीजेपी जैसा ही है लेकिन ज्यादा क्रिएटिव है। सोशल मीडिया पर पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को सीधे निशाने पर लेते हुए जो पोस्टर, वीडियो, मीम जारी किए गए हैं, उसे ट्विटर पर लोग बहुत पसंद कर रहे हैं। आप का अभियान हिन्दुत्व का पुट लिए हुए भी है यानी वो बीजेपी की भाषा में जवाब देने की कोशिश कर रही है। 

सोशल मीडिया पर चल रहे अभियान से साफ हो गया है कि राजनीतिक दलों के बीच लड़ाई अब सिर्फ बयानबाजी तक सीमित नहीं है। एक दूसरे पर तीखे हमले करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला नया हथियार मीम और मनोरंजक वीडियो है।

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मीम और वीडियो मतदाता तक मैसेज भेजने का एक शक्तिशाली तरीका बन गए हैं। इंटरनेट पर कोई भी ट्रेंडिंग टॉपिक कुछ दिलचस्प मीम्स के लिए चारे का काम करता है। आप इस मामले में सबसे आगे निकल गई है।
आप ऑनेस्ट नामक यूजर ने एक रोचक वीडियो ट्वीट किया है। जिसमें मोदी को पहलवान दिखाया गया है। पहलवान एक लोहे की गोलनुमा चीज को उठाने की कोशिश करता है। उससे पहले तमाम तरह के पैंतरे दिखाए गए हैं। अंत में पहलवान उसे अपने गमछे के जरिए उठा लेता है। तभी एक किसान जैसे शख्स को, जिसे जो बाइडेन बताया गया है, वो बहुत आसानी से पहलवान से वो भारी दिखने वाली चीज बहुत आसानी से ले लेता है और एक तरफ रख देता है। दरअसल, वीडियो में यह बताने की कोशिश की गई है कि वो पहलवान अपनी शेखी बघार रहा था।
हाल ही में पीएम मोदी ने गुजरात के स्कूल का दौरा किया था। उस पर भी मीम की सीरीज आप समर्थकों ने जारी कर दी है।
आपयिन्स आर्मी यूजर ने एक पोस्टर जारी किया है। जिस पर लिखा है - बीजेपी नेताओं की क्राइमशीट। इसमें एक तरफ मोदी और दूसरी तरफ अमित शाह के फोटो हैं। बीच में विभिन्न आरोपों में पकड़े गए कथित बीजेपी नेताओं के कथित अपराध का ब्यौरा है। पोस्टर के अंत में लिखा है - बीजेपी गुंडे-बलात्कारी और आतंकियों की पार्टी है।
ऐसे तमाम आपत्तिजनक पोस्टर, वीडियो, मीम आम आदमी पार्टी की तरफ से ही आ रहे हैं। लेकिन बहुत चालाकी से इसे कोई भी ट्विटर हैंडल का नाम देते हुए जारी किया गया है। लेकिन ऐसा नहीं है कि आप के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ऐसे मीम नहीं जारी किए गए हैं।
आम आदमी पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक मीम जारी किया गया है। जिसमें एक तरफ मोदी की फोटो है तो दूसरी तरफ वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की फोटो। उस पर लिखा गया है देख रहा है बिनोद, कितने तेजस्वी लोग हैं हमारे पास। फिर मोदी की फोटो के नीचे लिखा है - क्लाइमेट चेंज नहीं हुआ, हम लोग चेंज हो गए हैं। इसी तरह निर्मला सीतारमण की फोटो के नीचे लिखा है - रुपया नहीं गिर रहा है। डॉलर मजबूत हो रहा है। 
याद रहे कि इस तरह के बयान मोदी और निर्मला ने दिए थे। जिनका इस्तेमाल इस मीम वाले पोस्टर में किया गया है। आप ने इनके बयानों के वीडियो अलग से चलाए हैं। आप के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से जारी ऐसे ही एक वीडियो पर लिखा गया है - निर्मला सीतारमणः मोदी जी के लॉजिक (तर्क) स्कूल की गौरवशाली छात्रा। वीडियो जॉली एलएलबी के दृश्य से शुरू होकर फौरन मोदी के क्लाइमेट और निर्मला के डॉलर वाले बयान पर आ जाता है। पूरा वीडियो बहुत रोचक है।
अमित शाह भी आप के तीखे अभियान से बच नहीं पाए हैं। आपियन्स आर्मी द्वारा जारी पोस्टर में अमित शाह की फोटो देते हुए उन्हें द जुमलाबाज बताया गया है। पोस्टर पर लिखा है - मारूं क्या और एक जुमला।
एक मीम वीडियो की शक्ल में एक मौका आप को यूजर ने शेयर किया है। जिसमें पीएम मोदी के 2015 के उस भाषण को शामिल किया गया है, जिसमें उन्होंने केजरीवाल को कथित तौर पर अर्बन नक्सल कहा था। लेकिन केजरीवाल की पार्टी दिल्ली विधानसभा चुनाव जीत गई। इस मीम वीडियो में मोदी को 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में केजरीवाल के लिए कथित तौर पर अर्बन नक्सल का जुमला कहते हुए दिखाया गया लेकिन आम आदमी पार्टी फिर से दिल्ली विधानसभा का चुनाव जीत गई। अब 2022 में गुजरात में बीजेपी का चुनाव प्रचार करते हुए पीएम मोदी ने फिर से अर्बन नक्सल शब्द का इस्तेमाल किया। अंत में केजरीवाल को यह कहते हुए पेश किया गया है- आप की गुजरात में सरकार बनने से कोई रोक नहीं सकता।

कौन है आप के अभियान के पीछे

गुजरात में आप के अभियान के पीछे आखिर कौन है। इस जबरदस्त अभियान का श्रेय किसे दिया जाना चाहिए। उम्मीद डॉट कॉम ने इस संबंध में एक रिपोर्ट प्रकाशित करते हुए लिखा है कि गुजरात में आप के हर तरह के अभियान को 5 लोग गोपाल इटालिया, आईसूदन गढ़वी, युवराज सिंह जडेजा, प्रवीण राम और सागर राबरी संभाल रहे हैं। 1. गोपाल इटालिया पार्टी के स्टेट कन्वीनर हैं। पूर्व सरकारी कर्मचारी हैं। वो करप्शन के मुद्दे पर राज्य के एक मंत्री पर जूता फेंक चुके हैं। वो उस पाटीदार वर्ग से आते हैं, जिसके नेता के रूप में हार्दिक पटेल का कभी बहुत प्रचार हुआ था। पाटीदार लोगों का असर गुजरात की 52 विधानसभा सीटों पर बताया जाता है।
2. आईसूदन गढ़वी पत्रकार से नेता बने हैं। वो भी गुजरात में आप का बड़ा चेहरा हैं। उनका चयन आम आलाकमान ने उनकी लोकप्रियता की वजह से किया है। वो एक गुजराती चैनल से जुड़े रहे हैं। गढ़वी का गुजराती प्राइम टाइम शो काफी मशहूर रहा है।
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3. युवराज सिंह जडेजा छात्र नेता के रूप में उभरे। जिन्हें आप ने हाथोंहाथ लपक लिया। उन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं में कमियों को उजागर किया और बेरोजगारों को लेकर लंबा आंदोलन चलाया। जडेजा कायस्थ राजपूत समुदाय से हैं, जिसका असर गुजरात की करीब 12 सीटों पर है।
4. प्रवीण राम एमटेक हैं और जूनागढ़ में सहकारी समितियों में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन चला चुके हैं। वो जन अधिकार मंच संस्था के अध्यक्ष भी हैं।
5. सागर राबरी किसान आंदोलन का चेहरा हैं। उन्होंने एमएसपी के मुद्दे पर गुजरात हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की।
गुजरात में आप के ये चेहरे वोट दिलाने का दम नहीं रखते हैं लेकिन इन लोगों की छवि साफ सुथरी है। यही इनकी ताकत भी है। आप गुजरात ने इस चुनाव को बहुत तरीके से केजरीवाल बनाम मोदी बना दिया है। बीजेपी भी मोदी के नाम पर मैदान में उतरी हुई है। लेकिन केजरीवाल के नाम पर गुजरात में वोट मांगना कम जोखिम वाला काम नहीं है। यही वजह है कि केजरीवाल अब गुजरात में अपने अभियान को हिन्दुत्व की तरफ मोड़ रहे हैं। उन्होंने भारतीय करंसी पर लक्ष्मी-गणेश की फोटो लगाने की मांग की है। वो अपने भाषण के अंत में जय श्री राधे या जय श्रीकृष्ण बोल रहे हैं। इन संकेतों को आसानी से समझा जा सकता है।
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क़मर वहीद नक़वी
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