सात राज्यों में 13 विधानसभा सीटों में से इंडिया गठबंधन को 10 और एनडीए को 2 सीटें मिलीं तो क्या हरियाणा के विधानसभा चुनाव एनडीए की गठबंधन सरकार के लिए लोकसभा चुनाव के बाद एक बड़ी राजनीतिक परीक्षा नहीं होगी? लगभग 10 साल की सत्ता पर हरियाणा के मतदाता अपना फैसला देंगे। लोकसभा चुनाव में कुछ झलक मतदाता की मनोदशा की ज़रूर मिली है। लेकिन पूरा फैसला अब विधानसभा चुनाव में आएगा क्योंकि मतदाताओं के लिए प्रदेश के स्थानीय मुद्दे महत्वपूर्ण होंगे। प्रदेश में सामाजिक आर्थिक परिस्थितियां भी प्रत्यक्ष रूप से मतदाताओं के निर्णय को प्रभावित करेंगी।
उपचुनाव के नतीजे से आहत क्या हरियाणा में रणनीति बदलेगी बीजेपी?
- हरियाणा
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- 29 Mar, 2025

सात राज्यों में 13 विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनावों में बीजेपी को झटका लगा है तो क्या जल्द ही हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी के लिए ख़तरे की घंटी है? जानें हरियाणा में क्या हालात हैं।
10 साल की भाजपा के कार्यकाल से आमजन कितना संतुष्ट है या नाराजगी कहीं सतह के नीचे गंभीर है, इस सवाल को लेकर भारतीय जनता पार्टी अपनी चुनावी रणनीति मजबूत करने में लगी है। अब तुलना मतदाताओं में ये भी होने लगी है कि भाजपा जिन मुद्दों पर पूर्व की कांग्रेस सरकार को घेरती रही, अब डबल इंजन की सरकार उनके कितने स्थाई समाधान अपने कार्यकाल में कर पायी। पिछले विधानसभा चुनाव 2019 में भाजपा को प्रदेश में पूर्ण बहुमत नहीं मिल पाया था और जजपा से समर्थन के बाद ही अपनी सरकार प्रदेश में बना पाई थी। विपक्ष अब भाजपा को मुद्दों पर घेरने में जोरशोर से जुट गया है।