हरियाणा के आईपीएस अधिकारी एडीजीपी वाई. पूरन कुमार की कथित आत्महत्या की घटना ने देश की पुलिस व्यवस्था को हिलाकर रख दिया है। यह सिर्फ एक आत्महत्या नहीं, बल्कि हरियाणा में भाजपा सरकार की नीतियों पर बड़ा सवाल बन गया है। कुमार ने अपने 8 पेज के आखिरी नोट में कई बड़े आईएएस और आईपीएस अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने लिखा कि इन अधिकारियों ने उनकी जाति के आधार पर भेदभाव किया, मानसिक तौर पर परेशान किया, सार्वजनिक रूप से बेइज्जत किया और इतना सताया कि उन्हें यह कदम उठाना पड़ा।