दिल्ली से सटे फरीदाबाद में स्थित खोरी गांव में रहने वाले लोगों पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश की ऐसी मार पड़ी है कि वे बेघर होकर सड़क पर आ गए हैं। भयंकर गर्मी, धूप, बरसात में वे बीते पांच महीने से सड़क पर ही हैं। क्या है पूरा मामला, इसे विस्तार से समझते हैं।
फरीदाबाद: खोरी गांव में गिराए जा रहे घर, बेघर हुए हज़ारों लोग
- हरियाणा
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- 4 Aug, 2021
जो मुसीबत खोरी गांव के लोगों के सामने आई है, उससे वे कैसे बाहर निकलेंगे क्योंकि घर-बार सब ख़त्म हो चुका है। लगभग पूरी जमा-पूंजी स्वाहा हो चुकी है।

खोरी गांव की कहानी उन लोगों की है, जो रोजी-रोटी की तलाश में दिल्ली आए थे। उसी तरह, जिस तरह लाखों लोग हर साल आते हैं। मेहनत-मज़दूरी करके फरीदाबाद के खोरी गांव में उन्होंने ज़मीन का छोटा सा टुकड़ा ले लिया। खून-पसीने की मेहनत से इकट्ठा किए रुपयों से यहां छोटे-छोटे कमरे बनाए और जिंदगी की गाड़ी जैसे-तैसे चलने लगी।
लेकिन शायद इनकी किस्मत में सुकून और दो वक़्त की चैन की रोटी नहीं लिखी थी। फरवरी, 2020 में सुप्रीम कोर्ट का आदेश आ गया कि यह गांव अरावली के जंगलों की ज़मीन पर बसा है और यहां किए गए निर्माण अवैध हैं, इसलिए इन्हें ध्वस्त कर दिया जाए।