पूर्वोत्तर के लोगों के साथ दिल्ली-एनसीआर में अत्याचार होने की ख़बरें आती रहती हैं। इसे लेकर पूर्वोत्तर के संगठन आवाज़ भी उठाते हैं और सरकारें भी उन्हें उनकी सुरक्षा का भरोसा देती हैं। लेकिन शायद देश के बाक़ी हिस्सों के लोग आज भी उनके प्रति पूर्वाग्रह से ग्रसित हैं। अगर ऐसा नहीं होता तो क्या असम की एक महिला के साथ गुरुग्राम में पुलिस इतनी दरिंदगी करती, जिसे सुनकर एक बार को आप कांप उठेंगे और पूछेंगे कि आख़िर पुलिस जाहिलियत पर क्यों उतर आई।