ठीक 22 साल पहले। संसद पर आतंकवादी हमला हुआ था। उस वक्त भी संसद का शीतकालीन सत्र ही चल रहा था। लेकिन हंगामे की वजह से दोनों सदनों को कुछ देर के लिए स्थगित कर दिया गया था। स्थगन के आधे घंटा से ज़्यादा समय बीत चुके थे। तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, विपक्ष की नेता सोनिया गांधी समेत तमाम सांसद निकल चुके थे। लेकिन तब भी 100 से ज्यादा बड़े लोग संसद भवन के भीतर मौजूद थे।