संसद ठप पड़ी है। केंद्र सरकार भारतीय विपक्षी दलों को अडानी मुद्दे पर चर्चा की अनुमति नहीं दे रही है। विपक्ष का कहना है कि ऐसा पहली बार हो रहा है कि सरकार किसी उद्योगपति के साथ खुलकर खड़ी है। वो अडानी समूह की धोखाधड़ी पर चर्चा और जांच रोकने के लिए तमाम तरह के हथकंडे अपना रही है। लेकिन आज गुरुवार को हिंडनबर्ग रिसर्च ने धमाका कर दिया। उसने कहा कि वो जल्द ही एक और रिपोर्ट लाएगा। ब्लूमबर्ग सहित देश और विदेश के मीडिया ने हिंडनबर्ग के ट्वीट को यह कहते हुए रिपोर्ट किया है इस रिपोर्ट का संबंध भी अडानी समूह से ही होगा।