जिन अजित पवार के ख़िलाफ़ बीजेपी के नेता पानी पी-पीकर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते थे और जिनके बारे में देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि 'अजित पवार चक्की पीसिंग और चक्की पीसिंग', अब उनको क्लीनचिट मिल गई है। अजित पवार अब महाराष्ट्र राज्य सहकारी यानी एमएससी बैंक में कथित करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी मामले में आरोपी नहीं रहेंगे। उनके साथ अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा और उनके भतीजे रोहित को भी क्लीनचिट दी गई है। ये कोई पहले ऐसे राजनेता नहीं है जिनपर बीजेपी ने ही भ्रष्टाचार के बड़े-बड़े आरोप लगाए और बाद में उसकी पार्टी में शामिल होने के बाद या तो केस को बंद कर दिया गया या फिर ढंडे बस्ते में डाल दिया गया।
अजित पवार को कैसे मिली क्लीनचिट? जानिए, क्या है फॉर्मूला
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- 24 Apr, 2024
विपक्षी दल आरोप लगाते रहे हैं पहले जिन नेताओं के ख़िलाफ़ बीजेपी भ्रष्टाचार के बड़े-बड़े आरोप लगाती रही थी, उन्हें बीजेपी में शामिल होने के बाद क्लीनचिट दी जा रही है? जानिए, इन आरोपों में कितना दम है।

कथित भ्रष्टाचार के आरोप झेलने वाले ऐसे नेताओं की लंबी फेहरिस्त है। 2014 के बाद से कथित भ्रष्टाचार के लिए केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई का सामना करने वाले 25 बड़े राजनेता भाजपा में शामिल हुए हैं। ये नेता अलग-अलग दलों से हैं। इन 25 नेताओं में से 10 कांग्रेस से हैं, एनसीपी और शिवसेना से चार-चार, टीएमसी से तीन, टीडीपी से दो और एसपी व वाईएसआरसीपी से एक-एक नेता हैं। हाल ही में द इंडियन एक्सप्रेस ने पड़ताल कर कहा था कि इनमें से 23 मामलों में नेताओं को राहत मिल गई।