अमेरिका को क्या अब रूस के बाद ईरान से भी भारतीय तेल ख़रीद पर आपत्ति है? कम से कम अमेरिकी प्रशासन ने ईरान के ऊर्जा व्यापार को निशाना बनाने वाले अपने 'मैक्सिमम प्रेशर कैंपेन' के तहत गुरुवार को भारतीयों के ख़िलाफ़ एक बड़ा क़दम उठाया है। अमेरिकी वित्त विभाग के विदेशी संपत्ति नियंत्रण कार्यालय यानी ओएफएसी ने ईरान से तेल, पेट्रोलियम उत्पादों और पेट्रोकेमिकल्स के व्यापार में शामिल होने के आरोप में 9 भारतीय कंपनियों और 8 भारतीय नागरिकों पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए हैं। यह कार्रवाई ईरान के ऊर्जा निर्यात नेटवर्क को ध्वस्त करने की दिशा में अमेरिका की चल रही मुहिम का हिस्सा है। इसका मक़सद तेहरान की आय के स्रोतों को काटना है।
ईरानी तेल ख़रीद पर भी आपत्ति? अमेरिका ने 8 भारतीयों, 9 कंपनियों पर लगाया प्रतिबंध
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- 10 Oct, 2025
अमेरिका ने ईरान से तेल ख़रीद को लेकर 8 भारतीय नागरिकों और 9 कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया है। क्या भारत-अमेरिका संबंधों में नया तनाव पैदा हो रहा है?

अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेन्ट ने एक बयान में कहा, 'वित्त विभाग ईरान के ऊर्जा निर्यात मशीन के प्रमुख स्रोतों को ध्वस्त करके तेहरान के नकदी प्रवाह को कमजोर कर रहा है। राष्ट्रपति ट्रंप के नेतृत्व में यह प्रशासन ईरान के आतंकवादी समूहों को आर्थिक सहायता देने के प्रयास को बाधित कर रहा है, जो अमेरिका के लिए ख़तरा पैदा करते हैं।' ओएफएसी के अनुसार, ये प्रतिबंध 50 से अधिक व्यक्तियों, कंपनियों और जहाजों पर लगाए गए हैं। इनमें भारतीय यूनिट प्रमुख भूमिका निभा रही हैं। इन प्रतिबंधों के तहत अमेरिका में इन कंपनियों और व्यक्तियों की सभी संपत्तियां जब्त की जा सकती हैं और अमेरिकी नागरिकों या कंपनियों को इनके साथ किसी भी प्रकार का लेन-देन करने की मनाही है।