असम में विधानसभा चुनावों के बीच बीजेपी की सोशल मीडिया रणनीति ने एक बार फिर विवाद खड़ा कर दिया है। बीजेपी ने एक्स पर एक एआई से तैयार वीडियो पोस्ट किया, जिसमें 'बीजेपी के बिना असम' की कल्पना दिखाई गई है। जिसमें मुस्लिम समुदाय के वर्चस्व को दिखाया गया है। इस वीडियो पर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) को टैग किया और बीजेपी पर 'ज़हर फैलाने' का आरोप लगाया। वहीं, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी बीजेपी की 'डरपोक राजनीति' की निंदा की है।
बीजेपी असम ने सोमवार देर रात एक्स पर यह वीडियो साझा किया था। जिसका कैप्शन था 'असम विदाउट बीजेपी'। वीडियो में एक व्यक्ति को खोपड़ी कैप पहने हुए 'बीफ लीगलाइजेशन' लेबल वाले मांस को काटते दिखाया गया है। इसके अलावा, असम कांग्रेस प्रमुख गौरव गोगोई और राहुल गांधी को पाकिस्तान के झंडे के सामने खड़े दिखाया गया है। वीडियो में खोपड़ी कैप वाले पुरुषों और बुर्का पहने महिलाओं को चाय बागानों, हवाई अड्डे, मनोरंजन पार्क, गुवाहाटी के स्टेडियम और अहोम राजवंश के स्मारक पर दिखाया गया है। जिसमें एक फोटो पर 'अवैध प्रवासी' का लेबल लगा है। वीडियो का अंत '90% मुस्लिम आबादी' की हेडिंग के साथ होता है और दर्शकों से 'अपना वोट सावधानी से चुनने' का आह्वान करता है।
बीजेपी ने वीडियो को टैगलाइन के साथ साझा किया: "हम पैजान के इस सपने को साकार नहीं होने दे सकते!" यहां 'पैजान' बीजेपी द्वारा गौरव गोगोई के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है, जिसका मतलब 'पाकिस्तानी गुर्गा' बताया जाता है। बीजेपी असम प्रदेश हैंडल के 2.05 लाख फॉलोअर्स हैं, और यह वीडियो इसी हैंडल से पोस्ट किया गया।
बुधवार को कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनाते ने इस पोस्ट को एक्स पर शेयर करते हुए ईसी को टैग किया और सवाल उठाया, "क्या आपको ऐसी पोस्ट पर कोई आपत्ति है?... बीजेपी इस तरह विष फैला रही है- ज्ञानेश जी (मुख्य निर्वाचन आयुक्त), क्या आप हमेशा की तरह इसे साजिश बताकर चुप्पी साधे रहेंगे?" असम कांग्रेस नेता बेदाब्रता बोरा ने घोषणा की कि पार्टी गुरुवार को गुवाहाटी के भंगागढ़ पुलिस स्टेशन पर इस पोस्ट के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएगी।
असम कांग्रेस प्रमुख गौरव गोगोई ने भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "बीजेपी आईटी सेल द्वारा रचे गए शब्दों, कार्रवाइयों और छवियों में असमिया समाज की सतह को खरोंचने की ताकत भी नहीं है। असम को महापुरुष श्रीमंता शंकरदेव, आजान पीर, स्वर्गदेवो स्यूकाफा, लाचित बोरफुकन और भूपेन हजारिका द्वारा पाला-पोसा गया है... गौरवशाली और महान असम को ऐसे राजनेताओं का हक है जो असम के लोगों को नई ऊंचाइयों तक ले जाएं... हम एक ऐसे असम को देखना चाहते हैं जहां कड़ी मेहनत नफरत पर भारी पड़े, शालीनता अहंकार पर, लोकतंत्र तानाशाही पर कुचल दे और हर किसी का सम्मान हो।"
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने वीडियो को 'घिनौना' बताते हुए बीजेपी पर 'भय की राजनीति' करने और 'घृणित हिंदुत्व विचारधारा' को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह वीडियो असम की जनता को डराने का प्रयास है। ओवैसी ने कहा कि जब पीएम मोदी की मां के विवादित वीडियो को हटाने का आदेश दिया जा सकता है तो इस वीडियो को हटाने का आदेश क्यों नहीं दिया जा रहा है।

बीजेपी ने विवादित वीडियो का बचाव किया

बीजेपी ने वीडियो का बचाव करते हुए कहा कि यह 'तथ्यों का चित्रण' है। असम बीजेपी प्रवक्ता रूपम गोस्वामी ने कहा, "अगर आप असम में आबादी का परिवर्तन देखें, तो 14 जिलों में चिंताजनक स्थिति है। खतरा मुसलमानों से नहीं, बल्कि अवैध प्रवासी मुसलमानों से है। हमें इसके प्रति सजग रहना होगा। वे आर्थिक रूप से मजबूत हो गए हैं, सामाजिक रूप से हमें नुकसान पहुंचा रहे हैं और राजनीतिक अधिकार भी छीन लेंगे।"
असम के मंत्री पीजुष हजारिका ने एक्स पर जवाब देते हुए कहा कि वीडियो अवैध प्रवासियों के असम की आबादी बदलने के खतरे को बताता है। उन्होंने आलोचकों पर तंज कसते हुए कहा, "सभी मुसलमानों को अवैध प्रवासी बताने का सुझाव देने वाले असली इस्लामोफोब कौन हैं?"
बीजेपी असम की सोशल मीडिया टीम ने ऐसी सामग्री को 'आक्रामक' रणनीति का हिस्सा बताया। कन्वीनर बिस्वजित खोंड ने कहा कि कंटेंट दर्शकों की प्रतिक्रियाओं के अनुसार तैयार किया जाता है। टीम में युवा सदस्य और राज्य-जिला स्तर के स्टाफ शामिल हैं। हालांकि, बीजेपी का फेसबुक पेज ऐसी छवियां नहीं पोस्ट करता। पहले भी बीजेपी असम ने गौरव गोगोई को खोपड़ी कैप पहने और पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर से फोन पर बात करते दिखाने वाले एआई वीडियो पोस्ट किए हैं।
यह विवाद असम में माहौल को और तीखा कर रहा है, जहां बीजेपी और विपक्षी दल के बीच सामाजिक सद्भाव और मुस्लिम आबादी जैसे मुद्दों पर टकराव तेज हो गया है। चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया का इंतजार किया जा रहा है। जिसने इस वीडियो के आने के बाद चुप्पी साध रखी है।